अगर आप भी कर रहे हैं लोन लेने की प्लानिंग तो इन बातों का रखें ध्यान
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: August 20, 2018 01:23 PM2018-08-20T13:23:15+5:302018-08-20T13:23:15+5:30
हो सकता है कि आप भी फ्यूचर में लोन लेने की योजना बना रही हों। लोन लेने से पहले किन चीजों को ध्यान में रखें ताकि आपके पैसे पर आपकी पकड़ बनी रहे, जानिए।
नई दिल्ली, 20 अगस्त: समय के साथ लोन को लेकर लोगों की सोच में बदलाव आया है। यही वजह है कि पिछले कुछ समय में मध्यम आय वर्ग के परिवारों में जरूरत के मौकों के अलावा प्रॉपर्टी, घरेलू सामान, विदेश यात्र, त्योहार आदि के मौके पर अतिरिक्त खरीदारी और सुविधाओं के लिए लोन लेने की प्रवृति देखने को मिल रही है। इस मामले में महिलाओं की भूमिका भी अहम है। खासतौर पर बड़े शहरों में जहां कामकाजी महिलाओं की खर्च में भागीदारी बढ़ी है। वे लोन के जरिए घरेलू जरूरत की चीजों से लेकर प्रॉपर्टी और गहनों में भी निवेश करने के प्रति आकर्षित हुई हैं।
लोन हमेशा ऐसी संपत्ति के लिए लें, भविष्य में जिसका मूल्य बढ़ने की संभावना हो। जैसे अगर आप भविष्य में मुनाफा वाले बिजनेस के लिए लोन लेती हैं या फिर अपना घर बनाने के लिए लोन लेती हैं तो यह लोन लेने की अच्छी वजह हो सकती है। चाहे क्रेडिट कार्ड से हो या फिर कोई अन्य लोन, अपनी वार्षिक आय के 20 प्रतिशत से अधिक राशि का लोन न लें। लोन लेते वक्त यह ध्यान रखें कि हर माह की आय का 10 प्रतिशत से अधिक का भुगतान लोन चुकाने में न करना पड़े।
- अगर आप किसी संपत्ति मसलन सोना, म्युचुअल फंड, इक्विटी या प्रॉपर्टी के बदले लोन लेती हैं, तो ऐसी संपत्ति के लिए ही लोन लें जो आपकी भावी आय या प्रॉपर्टी को बढ़ाने वाला हो।
- कार और घर के संबंध में कई बार डीलर व डेवलपर का कुछ खास बैंकों से अनुबंध होता है। ये बैंक आकर्षक छूट के साथ अधिक राशि तक का लोन देते हैं। ऐसे में इसकी शर्तो को जरूर पढ़ें।
- सोने आदि की खरीदारी के लिए लोन लेते समय सोने की शुद्धता, बैंक लॉकर में रखने का खर्च और उसमें लगे नग व महंगे पत्थरों की रिटर्न वैल्यू के साथ अपनी भावी जरूरत का भी ध्यान में रखें।
- लोन लेने में जल्दबाजी न करें। अपनी जरूरत के लिए योजना बनाएं और फिर लोन न लें।
होम लोन
- घर खरीदने की योजना बनाते समय पहले खुद की आर्थिक क्षमता का मूल्यांकन अच्छी तरह से कर लें। अगर लगता है कि आपमें होम लोन लेने के साथ-साथ परिवार के खचरे को चलाने की क्षमता है और भावी स्थायी आय से किस्तों का भुगतान कर सकेंगी तो लोन अवश्य लें।
- अधिकांश बैंक या वित्तीय संस्थान घर की कीमत के 80 फीसदी राशि तक ही होम लोन देते हैं। बाकी 20 फीसदी की राशि का इंतजाम आपको खुद ही करना पड़ता है। इस संबंध में अपनी बचत को पूरी तरह टटोलना अच्छा रहेगा।
- आमतौर पर घर के लिए लोग 20 साल की अवधि का कर्ज लेते हैं। लेकिन अब कुछ बैंक 30 साल के लिए भी कर्ज दे रहे हैं। कर्ज की अवधि अधिक होने पर ईएमआई का बोझ कम होता है। हालांकि आपको कर्ज की तुलना में ज्यादा रकम चुकानी पड़ती है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई और अन्य घरेलू खर्च को देखते हुए अपनी सुविधानुसार ही कर्ज की अवधि का चुनाव करें।
- प्रॉपर्टी लोन पर ब्याज की दर 12 से 14 फीसदी है, जो पर्सनल लोन के मुकाबले करीब आधी है। पर्सनल लोन पर 18 से 24 फीसदी तक ब्याज लगता है। पर्सनल लोन अति आवश्यक होने पर और वह भी कम से कम राशि का लें।
क्रेडिट कार्ड का जाल
क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल में जितना आसान है, उतना ही उसमें सावधानी बरतने की जरूरत है। यह एक तरह से ऐसा लोन है, जिसकी ब्याज दरें 40 फीसदी सालाना तक महंगी हो सकती है। क्रेडिट कार्ड से ऐसी खरीदारी करें, जो माह के अंत तक उपयोगी हो, मसलन क्रेडिट कार्ड से 20 हजार रुपये का फोन लेना महीने की शुरूआत में बेहतर हो सकता है, पर अंतिम सप्ताह में वह काफी महंगा साबित होगा। दूसरी बात अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग सोच-समझकर करें। क्रेडिट कार्ड का प्रयोग करते समय भुगतान की तिथि अवश्य ध्यान रखें, अन्यथा उच्च दर से ब्याज का भुगतान करना होगा, पेनेल्टी भी देनी पड़ सकती है।
एजुकेशन लोन
स्कूल की पढ़ाई पर खर्च लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में उच्चशिक्षा का बोझ अभिभावकों पर डालने से संकोच कर रही हैं तो एजुकेशन लोन ले लें। आमतौर पर एजुकेशन लोन 10 से 18} की ब्याज दर पर उपलब्ध है। यह इस पर निर्भर करता है कि लोन किस बैंक से लिया जा रहा है और किस कोर्स के लिए आवेदन कर रही हैं।