पोस्ट ऑफिस के ये 3 स्कीम देती है सेविंग अकाउंट से भी ज्यादा ब्याज, जानें कैसे?
By स्वाति सिंह | Published: October 28, 2018 12:54 PM2018-10-28T12:54:04+5:302018-10-28T12:54:04+5:30
आजकल ज्यादातर लोग ऐसे विकल्प खोजने लगे हैं जिसमे कम रिस्क के साथ गारंटी भी मिले। ऐसे में आजकल लोगों का ध्यान पोस्ट ऑफिस की स्कीम की तरफ खूब आकर्षित हुआ है। ऐसे विकल्प आपके पैसों को सुरक्षित रखने के साथ ही टैक्स बचाने में भी मदद करते हैं। यहां आपको कई विकल्प मिलेंगे।
दिनों-दिन बढ़ती महंगाई की वजह से प्राइवेट सेक्टर में नौकरीपेशा लोगों पर अक्सर महीने का खर्च सैलरी पर भारी पड़ जाता है। इसके कारण लोगों को इनकम से अलावा एक्ट्रा इनकम के बारे में सोचना पड़ रहा है। ऐसे में नौकरपेशा लोगों के लिए पोस्ट ऑफिस के पास कई स्कीम है। इससे हर महीने आप अच्छा-खासा अमाउंट बचा सकते हैं।
इनमें पोस्ट ऑफिस की 3 बचत योजनाएं ये हैं-
- नेशनल सेविंग सार्टिफिकेट (NSC)
अगर आप बचत के साथ सुरक्षित इन्वेस्टमेंट और गारंटीड रिटर्न चाहते हैं तो नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (एनएससी) में इन्वेस्ट आपके लिए अच्छा है। आयकर अधिनियम की धारा 80सी के अंतर्गत एनएससी में निवेश पर आय से 100000 रुपए तक की छूट प्राप्त की जा सकती है, क्योंकि पहला पांच वर्ष का इंटरेस्ट मैच्योरिटी पर दिया जाता है इसलिए उसे रिलेटेड साल में रिइन्वेस्टमेंट मानकर उसकी भी छूट धारा 80 सी के तहत मिल जाती है। एनएससी में इन्वेस्ट किसी भी पोस्ट ऑफिस, जहां पर सेविंग अकाउंट खोलने की सुविधा उपलब्ध है, वहाँ से किया जा सकता है।
- पोस्ट ऑफिस टॉइम डिपॉजिट अकाउंट (TD)
इस खाते में रुपये जमा करने पर ब्याज सलना आधार पर दिया जाता है हालांकि उसकी गणना तिमाही आधार पर की जाती है। पोस्ट ऑफिस की ब्याज दरें 1 साल के लिए 6.6%, 2 साल के लिए 6.7%, 3 साल के लिए 6.9% और 5 साल के लिए 7.4% निर्धारित की गई है।
- किसान विकास पत्र (KVP)
किसान विकास पत्र छोटी बचत के रूप में एक अच्छी योजना है। किसान विकास पत्र में ब्याज की 7.6 प्रतिशत है। डाक विभाग की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक 1 अप्रैल 2017 और उसके बाद खरीदे गए किसान विकास पत्र पर 113 महीनों के बाद मैच्योरिटी के तौर पर दोगुना राशि का भुगतान होगा। इसमें न्यूनतम राशि 1000 रुपए है। अधिकतम में इसमें निवेश की कोई सीमा नहीं है। अब किसान विकास पत्र सर्टिफिकेट के रूप में जारी किए जाते थे, लेकिन 1.7.2016 से पासबुक के स्वरूप में जारी किए जाते है।