ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करने वालों को RBI ने दिया तोहफा, 24x7 मिलेगी NEFT की सुविधा
By स्वाति सिंह | Published: August 8, 2019 09:57 AM2019-08-08T09:57:16+5:302019-08-08T09:57:51+5:30
रिजर्व बैंक ने डिजिटल लेन-देन को मजबूत बनाने के लिए आरटीजीएस और नेफ्ट के जरिये धन अंतरण के लिए बैंकों पर लगने वाले शुल्क समाप्त किया था।
अगर आप भी नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT) और भारत बिल पेमेंट सिस्टम (BBPS) से लेन-देन करते हैं तो रिजर्व बैंक आपके लिए खुशखबरी लाया है। दरअसल, आरबीआई ने बुधवार को ऐलान किया कि दिसंबर 2019 से नेफ्ट सिस्टम को 24x7 चालू रखा जाएगा।
बता दें कि फिलहाल नेफ्ट केवल बैंक वर्किंग डे पर सुबह 8 बजे से रात 7 बजे तक तक ही काम करता है। आरबीआई ने बुधवार को मौद्रिक नीति बैठक के के बाद कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की। आरबीआई ने रेपो रेट में 0.35 फीसद की कटौती की है जिससे अब यह दर 5.40 फीसदी पर आ गई है।
बीत महीने रिजर्व बैंक ने डिजिटल लेन-देन को मजबूत बनाने के लिए आरटीजीएस और नेफ्ट के जरिये धन अंतरण के लिए बैंकों पर लगने वाले शुल्क समाप्त किया था।
गौरतलब है कि दो लाख रुपये से अधिक की राशि तत्काल दूसरे के खाते में भेजने के लिये रीयल टाइम ग्रास सेटिलमेंट (कंप्यूटर की गमि से सकल निपटान प्रणाली) आरटीजीएस का उपयोग किया जाता है।
2 लाख रुपये तक की राशि भेजने में के लिए नेशनल इलेक्ट्रानिक फंड्स ट्रांसफर (नेफ्ट) प्रणाली बनी है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) नेफ्ट के जरिये धन अंतरण के लिये ग्राहक से 1.0 रुपये से लेकर 5 रुपये तक का शुल्क लेता है।
वहीं आरटीजीएस के मामले में यह शुल्क 5 रुपये से 50 रुपये के बीच है। मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद विकासात्मक और नियामकीय नीतियों पर अपने बयान में आरबीआई ने कहा कि वह आरटीजीएस और नेफ्ट प्रणाली के जरिये लेन-देन को लेकर बैंकों पर न्यूनतम शुल्क लगाता है तथा बैंक भी इसके बदले अपने ग्राहकों पर शुल्क लगाते हैं।