IRDA ने बीमा कंपनियों को दी वीडियो आधारित केवाईसी की इजाजत, अब नहीं होगी कोई परेशानी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 23, 2020 01:53 PM2020-09-23T13:53:23+5:302020-09-23T13:53:23+5:30
इरडा ने कहा कि वीडियो आधारित प्रक्रिया का उद्देश्य विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्मों के माध्यम से केवाईसी की प्रक्रिया को आसान और उपभोक्ता के अनुकूल बनाना है।
नई दिल्ली : बीमा नियामक इरडा ने जीवन और साधारण बीमा कंपनियों को अपने संभावित ग्राहकों की वीडियो आधारित केवाईसी करने की अनुमति दे दी है। इस कदम से बीमा कंपनी के अधिकारी कोरोना वायरस महामारी के इस दौर में ग्राहकों की केवाईसी अनिवार्यता को ऑनलाइन पूरा कर सकेंगे।
इरडा ने कहा कि वीडियो आधारित प्रक्रिया का उद्देश्य विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्मों के माध्यम से केवाईसी की प्रक्रिया को आसान और उपभोक्ता के अनुकूल बनाना है।
नियामक ने कहा कि बीमा कंपनियां एप विकसित कर केवाईसी की प्रक्रिया को ऑनलाइन या वीडियो के जरिये कर सकती हैं। इरडा के अनुसार, वीडियो आधारित पहचान प्रक्रिया (वीबीआईपी) के जरिये खोले जाने वाले सभी खातों या अन्य सेवाओं को बीमा कंपनी को समुचित सत्यापन के बाद ही शुरू करना होगा, जिससे इस प्रक्रिया की विश्वसनीयता बनी रहे।
इसके अलावा बीमा कंपनियों को तय नियमों के तहत सॉफ्टवेयर और सुरक्षा ऑडिट करना होगा। साथ ही वीबीआईपी एप को शुरू करने से पहले उसकी पूरी जांच करनी होगी। इरडा ने कहा कि बीमा कंपनियों को इस प्रणाली को मजबूत करने और सूचनाओं की गोपनीयता के लिए आधुनिक टेक्नोलॉजी मसलन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और चेहरे का मिलान करने वाली टेक्नोलॉजी का प्रयोग करना चाहिए। नियामक ने स्पष्ट किया है कि वेरिफिकेशन की पूरी जिम्मेदारी बीमा कंपनी की होगी।
भारतीय रिजर्व बैंक पहले ही केवाईसी के नियमों को बदल चुका है। उसने बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों को वीडियो आधारित पहचान प्रक्रिया का इस्तेमाल करने की इजाजत दी है।