अगर आप भी चाहते हैं बेहतरीन भविष्य तो इन 5 बातों का हमेशा रखें ध्यान
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: July 17, 2018 07:18 PM2018-07-17T19:18:12+5:302018-07-17T19:18:12+5:30
युवा जब करियर में नौकरी की शुरुआत करते हैं जो बिंदास जीना पसंद करते हैं। खुद के कमाए हुए पैसों को अपने हिसाब से खर्च करना बेहद पसंद होता है।
युवा जब करियर में नौकरी की शुरुआत करते हैं जो बिंदास जीना पसंद करते हैं। खुद के कमाए हुए पैसों को अपने हिसाब से खर्च करना बेहद पसंद होता है। नई नौकरी के साथ आमदनी का ज्यादातर हिस्सा रहने, खाने और शौक पूरे करने में लगा देते हैं। ऐसे में युवा मनी मैनेजमेंट को पूरी तरह से नजर अंदाज करते नजर आते हैं। 20 से 30 साल के युवाओें की बात की जाए तो वह रिटायर्मेंच की बातों को नजर अंदाज करते हैं। इस उम्र में लोग अक्सर पढ़ाई के लोन (यदि लिया है) या कार-बाइक या घर खरीदने के ही बारे में सोचते हैं और उन पर खर्च करते हैं। हालांकि 20-30 की उम्र का समय रिटायरमेंट के लिए सेविंग करने का काफी कीमती होता है। खबर के अनुसार पैसाबाजार डॉट कॉम के सीईओ एंड को-फाउंडर नवीन कुकरेजा की मानें को 30 की उम्र के पहले ही ये हर किसी को जान लेना चाहिए भविष्य के लिए हमें क्या करना चाहिए, क्या नहीं। आइए जानते हैं वो अहम बातें जिसका भविष्य में रिटायरमेंट लाइफ के लिए आवश्यक है-
रिटायरमेंट की करें प्लानिंग
नौकरी लगने के बाद जितनी जल्दी आप अपने रिटायर्ड लाइफ के लिए प्लानिंग करें। अक्सर लोग अपने रिटायरमेंट की प्लानिंग 30 की उम्र के बाद से शुरू करते हैं, उस समय खर्चे सबसे ज्यादा होते हैं और कई दूसरे जरूरी गोल भी होते हैं, जैसे बच्चों की हायर एजुकेशन, होम लोन का भुगतान। आपको रिटायर होने के बाद कितना फंड चाहिए होगा और कितना महीने के हिसाब से खर्च होगा। इसके लिए आप रिटायरमेंट कैलकुलेटर का इस्तेमाल करें। इसके बाद एक ठोस इन्वेस्टमेंट प्लान बनाएं और उसे अपनी वर्किंग लाइफ तक जारी रखें।
इमरजेंसी का फंड बनाएं
जब आप 30 की उम्र में हो तो आपकी टॉप प्राइयारिटी एक इमरजेंसी फंड बनाने की होनी चाहिए। थोड़ा थोड़ा खर्चा कम करना चाहिए। इससे भविष्य में आपको मेडिकल इमरजेंसी, जॉब गंवाने जैसी अप्रत्याशित आर्थिक हालातों से निपटने में मदद मिलेगी। इस इमरजेंसी फंड पर अच्छे रिटर्न के लिए इसे डेट फंड या हाई इंटरेस्ट रेट वाले सेविंग्स अकाउंट में लगाएं। साथ ही जब तक बेहद जरुरी ना हो इस फंड का प्रयोग आप ना करें।
इन्श्योरेंस रखें
फाइनेंशियल प्लानिंग बेहतर भविष्य का एक पड़ाव है। अगर आप 30 की उम्र में हैं, तो उस समय डिपेंडेंट्स अधिक हो सकते हैं। ऐसे में आप एक प्योर टर्म प्लान के जरिए अपने लिए पर्याप्त लाइफ इन्श्योरेंस जरूर रखें। यह उस वक्त आपकी फैमिली की जरूरत पूरा करेगा।
इन्वेस्टमेंट करें पैसा
आप अपने कुछ पैसों का डायवर्सिफाइड इन्वेस्टमेंट प्लान रखें। लम्बी अवधि के नजरिए से वेल्थ तैयार करने के लिए म्यूचुअल फंड का ऑप्शन अपना सकते हैं। म्यूचुअल फंड से जब रिटर्न मिलेगा तो यह अन्य दूसरे एसेट क्लास से बेहतर रहेगा। जो लोग म्यूचुअल फंड को लेकर सहज नहीं हैं, उन्हें पीपीएफ, एफडी जैसे अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट ऑप्शन पर विचार करना चाहिए।
बजट का ध्यान
आपको प्लानिंग में बजट का खास ध्यान रखना होगा । महीने के खर्चे को जरूर ध्यान में रखना चाहिए और बेकार के खर्चे कम करने का प्रयास करना चाहिए। हमेशा याद रखें ''सेव फर्स्ट एंड स्पेंड लेटर'' यानी पहले बचत करें फिर खर्च।