अगर आपके पास भी है जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट, तो ये जरूरी बातें जान लें
By स्वाति सिंह | Published: July 14, 2018 11:31 AM2018-07-14T11:31:08+5:302018-07-14T11:37:10+5:30
सामान्य बैंक डिपॉजिट अकाउंट (बीएसबीडीए) एक ऐसा अकाउंट है इसमें कोई मिनिमम अमाउंट की जरुरत नहीं होती।
नई दिल्ली, 14 जुलाई: इन दिनों मिनिमम बैलेंस के साथ जीरो बैलेंस का अकाउंट खोला जा रहा है। जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट ऐसा ही अकाउंट है जिसमें आपको मिनिमम अमाउंट रखने की जरूरत नहीं होती है।इसके साथ ही इसमें कई फायदे भी है। सामान्य बैंक डिपॉजिट अकाउंट (बीएसबीडीए) एक ऐसा अकाउंट है इसमें कोई मिनिमम अमाउंट की जरुरत नहीं होती। मिनिमम बैलेंस हर बैंक में अलग-अलग होता है और अगर हम उसमे बैलेन्स ना होने पर पेनल्टी भी लगती है, बीएसबीडीए (BSBDA)के अकाउंट में मिनिमम अमाउंट रखने का कोई कोई प्रावधान नहीं है।
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लेकिन बहुत से लोगों को पता ही नहीं है कि यह बीएसबीडीए अकाउंट क्या है। इसे कैसे खोला जाए और साथ ही इसमें क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं। कुछ बाते हैं जिसे ध्यान में रखने की जरूरत है।
- एक व्यक्ति एक बैंक में सिर्फ एक ही बीएसबीडीए अकाउंट खुलवा सकता है।
- जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट धारक उस बैंक में अन्य सेविंग अकाउंट खाता खोलना सही नहीं है। अगर फिर भी कस्टमर उस बैंक में अन्य सेविंग अकाउंट पहले से खुला हुआ है तो बीएसबीडीए खुलवाने के 1 महीने के अंदर उसे बंद कराना अनिवार्य है।
- अगर किसी व्यक्ति का उसी बैंक में उसका 'बुनियादी बचत बैंक जमा खाता' रखा है तो वह वहां अपना अन्य जमा खाता भी रख सकता है।
- 'बुनियादी बचत बैंक जमा खाता' सिर्फ गरीब और जनता के कमजोर वर्ग के लिए नहीं बल्कि प्रकार के ग्राहकों के लिए है। यह भी सामान्य बैंकिंग सेवा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
- बीएसबीडीए अकाउंट खोलने के संबंध में आयु, आय, राशि आदि जैसे मानदंडों का कोई प्रतिबंध नहीं लगता। आरबीआई द्वारा जारी निर्देशों के मुताबिक बैंकों को सूचित किया जाता है कि वे व्यक्तियों के संबंध में बीएसबीडीए खोलने के लिए आयु और आय मानदंड जैसे प्रतिबंध नहीं लगा सकते।
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- बुनियादी बचत बैंक जमा खाते में नकदी जमा करना तथा नकद आहरण, इलेक्ट्रानिक भुगतान माध्यमों के द्वारा या बैंक ब्रांचों और एटीएम में चेक जमा करने से लेकर चेकों की वसूली, पैसा जमा करना सभी सेवाएं नि:शुल्क हैं।
- सभी बैंक का उम्र और इनकम का अपना क्राईटीरिया होता है। लेकिन रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अनुसार बैंकों को उम्र और इनकम के मुताबिक बीएसबीडीए अकाउंट खुलवाने वालों के लिए बैंकों का मानदंड जरुरी नहीं है।
बीएसबीडीए और बीएसबीडीए स्माल अकाउंट में अंतर
बीएसबीडीए अकाउंट के लिए केवाईसी जरूरी है लेकिन अगर कोई अकाउंट केवाईसी के साथ खोला गया है तो वह बीएसबीडीए स्माल अकाउंट के अंतर्गत आता है। लेकिन इसमे सुविधाओं के साथ-साथ इसमें कुछ रोक भी शामिल हैं।
- एक फाइनेंसियल इयर में सारे क्रेडिट मिलाकर 1 लाख से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
- सभी विड्रॉल और ट्रांसफर मिलाकर 10,000 से ज़्यादा नहीं होना चाहिए।
- बैलेन्स 50,000 से ज़्यादा नहीं होना चाहिए।
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