क्या आप म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करना चाहते हैं? ये है कमाई करने का बेहतर तरीका
By ज्ञानेश चौहान | Published: June 9, 2019 02:46 PM2019-06-09T14:46:37+5:302019-06-09T14:46:37+5:30
एसईबीआई एक्ट के तहत म्यूच्यूअल फंड की टोटल राशियों को कैप कर दिया है। इसलिए, आप अपने पैसे को बिना चार्ज दिए इंवेस्ट कर ज्यादा से ज्यादा कमाई कर सकते है।
अगर आप म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करने की सोच रहे है, तो हम आपको कुछ स्कीमों के बारे में बताने जा रहे है। कई तरीकों से आप निवेश कर कमाई कर सकते है। जिससे आप नुकसान होने से अपने आपको बचा सकते है। एसईबीआई एक्ट के तहत म्यूच्यूअल फंड की टोटल राशियों को कैप कर दिया है। इसलिए, आप अपने पैसे को बिना चार्ज दिए इंवेस्ट कर ज्यादा से ज्यादा कमाई कर सकते है। म्यूचुअल फंड में कई स्कीम है जैसे डेट, इक्वीटी, लिक्वीड या बैलेंस्ड में अपना पैसा इंवेस्ट कर सकते हो। लेकिन यह एक रिस्क उठाने के बराबर और टाइमलाइन के आधार पर अपना पैसा लगा सकते है। आइये जानते है कुछ स्कीमों के बारे में जिसमें आपको म्यूच्यूअल फंड से अच्छा मुनाफा मिल सकता है।
सिस्टमैटिक विद्ड्रॉल प्लान से हो सकता है आपको फायदा
- सिस्टमैटिकली इंवेस्टमेंट के जरिए अपनी पसंद की किसी भी स्कीम में इंवेस्ट कर सकते है। जिससे आप एसडब्ल्यूपी के माध्यम से रेग्यूलर विद्ड्रॉल भी कर सकते है।
- इक्विटी के जरिए अगर आप एक साल पहले पैसे निकालते हो,तो आपको 15 प्रतिशत एसटीसीजी देना होगा। आपकी इनकम एक लाख रुपये से ज्यादा है तो 10 प्रतिशत एलटीजीसी देना होगा।
- म्यूच्यूअल फंड से जुड़े टैक्स नियम पढ़ना ना भूले।
- यह स्कीम रिटायर लोगों के लिए फायदेमंद, क्योकि इसमें रेग्यूलर इंटरवल के बाद फिक्सड़ इनकम की जरुरत पड़ती है। लेकिन एसडब्ल्यूपी प्लान लंबे समय तक नहीं चल सकता है। यह एक फिक्सड़ अमाउंट के रुप में आपको मिल सकता है।
सेल के जरिए मुनाफा
- अगर आप म्यूच्यूअल फंड पॉलिसी को स्वीच करना चाहते है। तो इंवेस्टर अपनी पॉलिसी फंड को सेल कर सकता है।
- ग्राहक अपनी पॉलिसी को बदलकर कैपिटल गैन्स के लाभ उठा सकता है।
- डिविडेंड से मिलने वाले मुनाफा को आप निकाल सकते हो या फिर किसी अच्छे फंड में इंवेस्ट कर सकते हो। लेकिन इस तरह के रिटर्न मनी पर आपको टैक्स देना पड़ता है।
डिवीडेंड के माध्यम से कमाए पैसा
यदि कोई स्टॉक मार्केट अपना मुनाफा बॉन्ड्स या इंटरेस्ट के जरिए दिखाता है। जिससे उसे कैश को आउट करने या कम्पाउंड इंट्रेस्ट का लाभ उठाने के लिए उसे फिर से इन्वेस्ट कर सकते है।
- डिवीडेंड फंड के मुनाफे पर आपको टैक्स देना होगा।
- इक्विटी म्यूच्यूअल फंड पर आपको 12 प्रतिशत का टैक्स देना पड़ता है। जिसमें सरचार्ज और सेस भी शामिल है।