मेडिकल इंश्योरेंस के लिए ये है बेहतर विकल्प, खरीदने से पहले जान लें ये बातें
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: September 10, 2018 05:39 PM2018-09-10T17:39:30+5:302018-09-10T17:39:30+5:30
बढ़ती हुई महंगाई और बड़ी-बड़ी बीमारियां हम सभी के लिए चिंता का विषय बना है। इन समस्याओं से निजात पाने के लिए लोग बैंकों में रकम जमा करते हैं।
नई दिल्ली, 10 सितंबर: बढ़ती हुई महंगाई और बड़ी-बड़ी बीमारियां हम सभी के लिए चिंता का विषय बना है। इन समस्याओं से निजात पाने के लिए लोग बैंकों में रकम जमा करते हैं। जो बाद में जरुरत समय पर काम आ सके। इसलिए लोग बिमारियों के खर्चे से बचने के लिए हेल्थ पॉलिसी की ओर रुख करते हैं। इसके लिए कई बीमाओं की कंपनी है जो हेल्थ पॉलिसी बेचती हैं।
हेल्थ पॉलिसी बेचने के लिए बीमा कंपनी और बैंक में करार होता है। स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी खरीदने से पहले लोगों के मन में बहुत से सवाल होते हैं। सबसे पहला सवाल यही होता है कि वो अपना पैसा जिस बीमा कंपनी में लगा रहे हैं या हेल्थ पॉलिसी शुरू कर रहे हैं उनके लिए कौन सा विकल्प सही होगा। हेल्थ पॉलिसी दो जगहों से खरीद सकते हैं। पहला बीमा कंपनी और दूसरा बैंक से। आपको तय करना होगा कि आप किस जगह खरीदना चाहते हैं।
65 साल तक है पॉलिसी की सीमा
माय मनी मंत्रा. कॉम के मुताबिक "बीमा नियामक इरडा ने अब इंश्योरेंस कंपनियों को बीमा पॉलिसी की सीमा 65 साल तक करने के निर्देश दिए हैं। इस हिसाब से आपको स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी ही खरीदना चाहिए। वहीं, पॉलिसी एक्सपर्स का मानना है कि बढ़ती हुई महंगाई में आपको कम से कम 10 लाख रुपये का कवर लेना चाहिए।
पॉलिसी लेते वक्त इन बातों का रखें ध्यान
- अगर नई पॉलिसी खरीदने जा रहे हैं तो पॉलिसी में आपके पुरानी बीमारियों का भी आपको कवरेज मल सके।
- ऐसा हेल्थ इंश्योरेंस चुनें जिसमें इलाज के दौरान कम से कम अतिरिक्त रकम को-पेमेंट चुकाने की जरूरत पड़े।
- हेल्थ इंश्योरेंस में रूम रेंट का ध्यान रखें। जिसमें रूम रेंट की कोई सीमा नहीं हो ऐसा चुनें।
- हेल्थ पॉलिसी खरीदने के लिए आप बैंक, बीमा कंपनी, एग्रीगेटर की साईट या थर्ड पार्टी डिस्ट्रीब्यूटर किसी को भी चुन सकते हैं।
- कैशलेस इंश्योरेंस से आपको सुकून जरूर मिलता है, लेकिन याद रहे कि वो भी इंश्योरेंस के नेटवर्क वाले अस्पताल में इस सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है।
- अस्पताल में दाखिल होने की सूरत में रोजाना खर्च की शर्तें जांच लें।
- इंश्योरेंस कंपनियां 100 फीसदी कैशलेस की सुविधा वाले प्लान मुहैया नहीं कराती हैं।
- पॉलिसी खरीदने से पहले प्रीमियम की रकम का आकलन जान लें।