ज्वैलरी की बजाए सोने में निवेश का ये नया तरीका अपनाएं, मिलेंगे कई बड़े फायदे!
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 22, 2019 03:54 PM2019-06-22T15:54:43+5:302019-06-22T15:54:43+5:30
सोने में निवेश करना हमेशा सुरक्षित माना गया है। इसकी कीमतों में समय के साथ बढ़ोतरी होती रहती है। इसलिए अपने पोर्टफोलियो में 5-10 प्रतिशत निवेश गोल्ड बॉन्ड में करना फायदे का सौदा हो सकता है।
आम तौर पर भारत में लोग सोने के आभूषण के रूप में खऱीद कर रखते हैं। लेकिन इसमें मेकिंग चार्ज और सुरक्षा का जोखिम होता है। अगर आप भी इस त्यौहारी सीजन सोने में निवेश की योजना बना रहे हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर है। आप गोल्ड बॉन्ड स्कीम में निवेश कर सकते हैं। हाजिर सोने और ईटीएफ की बजाय गोल्ड बॉन्ड बेहतर विकल्प है।
गोल्ड बॉन्ड स्कीम से जुड़ी बड़ी बातेंः-
- गोल्ड बॉन्ड किसी भी वक्त नहीं खरीदे जा सकते। इसबार गोल्ड बॉन्ड स्कीम का छठा चरण 24 अक्टूबर से 2 नवंबर के बीच है।
- बॉन्ड का इश्यू प्राइस 2957 रुपये प्रति ग्राम है। बॉन्ड पर 50 रुपये प्रति ग्राम का डिस्काउंट मिलेगा।
- इसके अलावा सरकार गोल्ड बॉन्ड पर 2.5 प्रतिशत की ब्याज भी देती है। बॉन्ड पर सरकार की गारंटी है।
- गोल्ड बॉन्ड को लोन के एवज में गिरवी रख सकते हैं और कैपिटल गेन टैक्स में छूट और इंडेक्सेशन का फायदा मिल सकता है।
- बॉन्ड की अवधि 8 साल तय की गई है। जिसे 5 साल बाद निकलने का विकल्प भी मौजूदा है।
- कम से कम 1 ग्राम और अधिकतम 500 ग्राम का निवेश मुमकिन हैं।
- गोल्ड बॉन्ड के लिए बैंक या पोस्ट ऑफिस से आवेदन करके लिया जा सकता है।
सोने में निवेश करना हमेशा सुरक्षित माना गया है। इसकी कीमतों में समय के साथ बढ़ोतरी होती रहती है। इसलिए अपने पोर्टफोलियो में 5-10 प्रतिशत निवेश गोल्ड बॉन्ड में करना फायदे का सौदा हो सकता है।