सावधान! कोरोना के नाम पर आ रहे मेसेज से रहें सतर्क, ठगों की आपके बैंक अकाउंट पर है नजर
By स्वाति सिंह | Published: March 15, 2020 08:48 AM2020-03-15T08:48:50+5:302020-03-15T08:48:50+5:30
साइबर क्रिमिनल्स के गिरोह कोरोना वायरस जागरूकता के नाम पर फिशिंग ई-मेल के जरिए खासकर स्वास्थ्य कर्मचारियों का अकाउंट साफ कर रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, ये गिरोह ई-मेल में खुद को किसी अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य एजेंसी से होने की बात बताते हैं.
एक तरफ जहां कोरोना वायरस से दुनियाभर में कोहराम मचा है, वहीं दूसरी तरफ ठगों ने इसे अपना हथियार बना लिया है. दुनिया के कई देशों में इन ठगों ने अपना जाल फैला लिया है और कोरोना वायरस से जुड़ी जानकारियां देने के नाम पर आम नागरिकों तथा स्वास्थ्य कर्मचारियों को अपना शिकार बना रहे हैं. ये ठग खुद को अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य एजेंसी का कर्मचारी बताते हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, साइबर क्रिमिनल्स के गिरोह कोरोना वायरस जागरूकता के नाम पर फिशिंग ई-मेल के जरिए खासकर स्वास्थ्य कर्मचारियों का अकाउंट साफ कर रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, ये गिरोह ई-मेल में खुद को किसी अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य एजेंसी से होने की बात बताते हैं. इस तरह बनाते हैं निशाना रिपोर्ट के मुताबिक, ई-मेल में कर्मचारियों से कहा जाता है कि जानलेवा कोरोना वायरस को लेकर वे उनके लिए एक सेमिनार का आयोजन करने जा रहे हैं, जिसके लिए उन्हें भेजे गए लिंक पर क्लिक कर एक फॉर्म भरना होगा.
जब कोई व्यक्ति भेजे गए लिंक पर क्लिक करता है तो वह एक थर्ड पार्टी वेबसाइट पर पहुंच जाता है, जहां दिए गए एक फॉर्म में कुछ जानकारियां भरनी होती हैं और ये जानकारियां आसानी से हैकर्स तक पहुंच जाती हैं, जिसके बाद वे उनके अकाउंट पर हाथ साफ कर लेते हैं.
खौफ में जानकारी दे रहे लोग रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना वायरस को लेकर लोगों में इतना खौफ है कि लोग आसानी से इन संगठित साइबर अपराधियों के बिछाए जाल में फंस जाते हैं. इस संक्र मण के फैलने के बाद कोविड-19 का फायदा उठाकर ठगी के मामले आम हो चले हैं. पिछले सप्ताह नैशनल फ्रॉड इंटेलिजेंस ब्यूरो ने कोरोना वायरस से जुड़े ठगी के 21 मामलों की पहचान की थी, जिसके बाद उसने एक आपात चेतावनी जारी की थी.