कोरोना काल में इस तरह से म्यूचुअल फंड्स में करें निवेश, नहीं होगा कोई नुकसान!

By स्वाति सिंह | Published: April 9, 2020 02:04 PM2020-04-09T14:04:02+5:302020-04-09T14:04:02+5:30

कोरोना वायरस का गहरा असर पूरी दुनिया के अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। इस बीच दुनिया भर के प्रमुख शेयर बाजारों में गिरावट का दौर जारी है। भारत 21 दिन के लॉकडाउन के बीच व्यापार-बचत दोनों प्रभावित हुआ है।

Corona scare: invest in mutual fund during coronavirus outbreak in india, how to save tax | कोरोना काल में इस तरह से म्यूचुअल फंड्स में करें निवेश, नहीं होगा कोई नुकसान!

म्यूचुअल फंड में निवेश करने के बारे में एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसमें दो तरीके से निवेश किया जा सकता है।  

Highlightsकोरोना वायरस के प्रकोप का असर शेयर बाजार पर भी पड़ रहा है वैश्विक बाजारों में तेजी के साथ घरेलू बाजार मजबूत हुआ।

कोरोना वायरस के प्रकोप का असर शेयर बाजार पर भी पड़ रहा है। शेयर बाजार में तेजी के साथ निवेशकों की संपत्ति  7,71,377 करोड़ रुपये बढ़ गयी। वैश्विक बाजारों में तेजी के साथ घरेलू बाजार मजबूत हुआ। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 2,476.26 अंक मजबूत होकर 30,067.21 अंक पर बंद हुआ। इस तेजी के बाद बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 7,71,377.02 करोड़ रुपये उछलकर 1,16,38,099.98 करोड़ रुपये पहुंच गया।

ऐसे में म्‍यूचुअल फंड निवेशकों को इस बात से काफी परेशानी हो रही है। अगर आप भी म्‍यूचुअल फंड निवेशक हैं तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। म्‍यूचुअल फंड मैनेजरों और इनवेस्‍टमेंट एडवाइजरों की मानें तो उन्हें सिप के जरिए अपना निवेश बनाए रखना चाहिए। 

एक्सपर्ट कहते है कि ऐसे वक्त में आपको घबरा कर एफडी नहीं करना चाहिए...क्योंकि इसमें आपको सिर्फ  दो से तीन प्रतिशत का ही फायदा होगा। जिसके बाद दोबारा आपको बाजारा में एंट्री करना भी काफी मुश्किल हो जाएगा। 

म्यूचुअल फंड में निवेश करने के दो तरीके
म्यूचुअल फंड में निवेश करने के बारे में एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसमें दो तरीके से निवेश किया जा सकता है।  पहला SIP और दूसरा एक मुश्त रकम का निवेश। SIP के लिए आपको बाजार में ज्यादा समय देने की जरूरत नहीं पड़ती। इसमें बीते समय की एक अवधि के दौरान शेयर बाजार की अस्थिरता के चलते जोखिम का औसत निकालते हैं। वहीं म्यूचुअल फंड में एक मुश्त रकम का निवेश करते समय आपको गाइडलाइंस ठीक से पढ़ने की जरूरत है।

क्या है म्यूचुअल फंड
इन सबसे पहले हमें म्यूचुअल फंड को समझने की जरूरत है। जानकारों के मुताबिक किसी एक जगह में लोगों द्वारा बड़ी संख्या में पैसा निवेश करना ही म्यूचुअल फंड है। आपके द्वारा निवेश किए गए रुपयों मैनेज करने के लिए बाकायदा एक फंड मैनेजर होता है।

ताकि मिल सके ज्यादा रिटर्न
फंड मैनेजर रिटर्न और जोखिम के आधार आपके पैसों को कई जगहों पर निवेश करता है। म्यूचुअल फंड हाउस इक्विटी, बॉन्ड, मुद्रा बाजार के साधनों या अन्य सिक्यॉरिटीज में निवेश करते हैं, जिससे निवेशकों को कम-से-कम जोखिम में ज्यादा-से-ज्यादा रिटर्न हासिल हो सके। 

निवेश लिए बेहतर विकल्प
एक्सपर्ट के मुताबिक, अन्य फंड्स की तुलना में बेहतर परफॉर्मेंस करने वालों की तुलना में एचडीएफसी इक्विटी ग्रोथ, एबीएसएल फ्रंटलाइन इक्विटी, कोटक सिलेक्ट फोकस फंड, एसबीआई ब्लूचिप रेगुलर ग्रोथ, आईसीआईसीआई प्रु.फोकस्ड ब्लूचिप इक्विटी, आईसीआईसीआई प्रु. वैल्यू डिस्कवरी, एचडीएफसी टॉप 200, मोतीलाल ओसवाल मल्टीकैप 35, फ्रैंकलिन इंडिया प्राइमा प्लस, आईसीआईसीआई प्रु. डायनैमिक प्लान म्यूचुअल फंड शामिल है। इनमें निवेश करना एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।

ये है इनकी खासियत
इन 10 शेयरों की निफ्टी (एनएसई का बेंचमार्क इंडेक्स) में हिस्सेदारी 54 फीसदी है। टॉप 10 लार्ज कैप म्यूचुअल फंड की इन शेयरों में 33 फीसदी होल्डिंग है। बाकी निवेशक दूसरे शेयरों में पैसे लगाते हैं। उतार-चढ़ाव का असर कम करने के लिए निवेश डायवर्सिफाई करना होता है।

Web Title: Corona scare: invest in mutual fund during coronavirus outbreak in india, how to save tax

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