म्यूचुअल फंड का संपत्ति आधार रिकार्ड 27 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंचा
By भाषा | Published: December 9, 2019 08:14 PM2019-12-09T20:14:45+5:302019-12-09T20:14:45+5:30
म्यूचुअल फंड कंपनियों का कुल पूंजी प्रवाह पिछले महीने 54,419 करोड़ रुपये रहा जो अक्टूबर में 1.33 लाख करोड़ रुपये था। कोष प्रबंधकों के अनुसार संपत्ति आधार बढ़ने का मुख्य कारण बांड से जुड़ी निश्चित आय वाली योजनाओं में करीब 51,000 करोड़ रुपये का निवेश होना रहा है।
बैंक और सार्वजनिक उपक्रम कोष समेत बांड वाली योजनाओं में निवेश बढ़ने से म्यूचुअल फंड का संपत्ति आधार नवंबर में 27 लाख करोड़ रुपये के रिकार्ड स्तर के पार निकल गया। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) के आंकड़े के अनुसार उद्योग में कार्यरत 44 कंपनियों की प्रबंधन अधीन परिसंपत्ति नवंबर अंत में 3 प्रतिशत बढ़कर 27.04 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गयी जो अक्टूबर अंत में 26.33 लाख करोड़ रुपये थी।
म्यूचुअल फंड कंपनियों का कुल पूंजी प्रवाह पिछले महीने 54,419 करोड़ रुपये रहा जो अक्टूबर में 1.33 लाख करोड़ रुपये था। कोष प्रबंधकों के अनुसार संपत्ति आधार बढ़ने का मुख्य कारण बांड से जुड़ी निश्चित आय वाली योजनाओं में करीब 51,000 करोड़ रुपये का निवेश होना रहा है।
ऋण प्रतिभूतियों वाली योजनाओं में एक दिन की परिपक्वता अवधि वाली प्रतिभूतियों में सर्वाधिक 20,650 करोड़ रुपये मूल्य का निवेश हुआ। इसके अलावा बैंक तथा पीएसयू कोष में 7,230 करोड़ रुपये जबकि लिक्विड फंड में 6,938 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश हुआ।
इसके साथ ही अल्प अवधि के लिसे ट्रेजरी बिल, जमा प्रमाणपत्र तथा वाणिज्यिक पत्र में निवेश किये गये। खुली सतत इक्विटी योजना में 1,312 करोड़ रुपये की पूंजी डाली गयी जबकि निश्चित अवधि वाली इक्विटी योजनाओं में 379 करोड़ रुपये की पूंजी निकासी हुई।
इस प्रकार, शुद्ध रूप से इक्विटी निवेश 933 करोड़ रुपये रहा। अक्टूबर महीने में इन योजनाओं में शुद्ध प्रवाह 6,015 करोड़ रुपये रहा। एएमएफआई के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एन एस वेंकटेश ने कहा, ‘‘नवंबर में इक्विटी निवेश शुद्ध रूप से घटा। इसका कारण निवेशकों की मुनाफावसूली है। म्यूचुअल फंड उद्योग की प्रबंधन अधीन परिसंपत्ति रिकार्ड 27 लाख करोड़ रुपये पहुंच गयी।’’