वाडा ने भारत की नेशनल डोप टेस्टिंग लेबोरेटरी को किया छह महीने के लिए सस्पेंड
By भाषा | Published: August 23, 2019 12:38 PM2019-08-23T12:38:02+5:302019-08-23T12:38:02+5:30
National Dope Testing Laboratory: वाडा ने भारतीय डोपिंग कार्यक्रम को झटका देते हुए भारत की डोप टेस्टिंग लेबोरेटरी को छह महीने के लिए सस्पेंड किया
नई दिल्ली, 23 अगस्त: भारत के डोपिंग निरोधक कार्यक्रम को करारा झटका देते हुए विश्व डोपिंग निरोधक एजेंसी (वाडा) ने भारत की राष्ट्रीय डोप टेस्ट लेबोरेटरी (एनडीटीएल) को छह महीने के लिये निलंबित कर दिया। इस लेबोरेटरी को 2008 में ही वाडा से मान्यता मिली थी। अब यहां पर नमूनों की जांच नहीं हो सकेगी और यह निलंबन 20 अगस्त से प्रभावी होगी।
तोक्यो ओलंपिक में अब एक साल से भी कम समय रह गया है और यह फैसला भारत के लिये काफी निराशाजनक है। नाडा खून और मूत्र के नमूने एकत्र कर सकता है लेकिन उसे भारत के बाहर वाडा की मान्यता प्राप्त लेबोरेटरी से जांच करानी होगी।
वाडा ने एक विज्ञप्ति में कहा,‘‘वाडा के दौरे के दौरान हमारी लेबोरेटरी को अंतरराष्ट्रीय मानकों (आईएसएल) के अनुरूप नहीं पाया गया और उसी वजह से यह निलंबन का फैसला लिया गया है।’’
वाडा की जांच में पाया गया कि एनडीटीएल का नमूनों के विश्लेषण का तरीका सही नहीं था। एनडीटीएल इस निलंबन के खिलाफ अगले 21 दिन में लुसाने स्थित खेल पंचाट में अपील कर सकती है।
वाडा ने क्यों किया नाडा के डोप टेस्ट लेबोरेटरी को निलंबित?
भारतीय ओलंपिक संघ ने कहा कि भारत दूसरे देशों (अमूमन थाईलैंड के बैंक\क स्थित वाडा लैब) में नमूने भेजने का अतिरिक्त खर्च वहन नहीं कर सकता। ऐसी आशंका है कि लागत बढ़ने से नमूनों की संख्या में भारी गिरावट आ जायेगी जिससे डोपिंग निरोधक कार्यक्रम को झटका लगेगा।
आईओए अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने कहा,‘‘यह भारत में ओलंपिक आंदोलन के लिये बड़ा झटका है जबकि ओलंपिक 11 महीने दूर है। भारतीय राष्ट्रीय खेल महासंघ अतिरिक्त लागत वहन करने की स्थिति में नहीं है।’’
वाडा ने कहा कि उसके प्रयोगशाला विशेषज्ञ समूह (लैबईजी) ने इस साल मई में वाडा की मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की थी।
वाडा ने कहा ,‘‘ यह प्रक्रिया अब पूरी हो गई है।’’ इसमें आगे कहा गया,‘‘20 अगस्त 2019 से प्रभावी निलंबन के तहत एनडीटीएल डोपिंग निरोधक कार्रवाई नहीं कर सकता जिसमें मूत्र और रक्त के नमूनों का विश्लेषण शामिल है। इस निलंबन के दौरान नमूनों की जांच वाडा से मान्यता प्राप्त दूसरी लैब से करानी होगी।’’
कमियां दूर करने पर हट सकता है निलंबन
इसने कहा ,‘‘ यदि एनडीटीएल लैबईजी को संतुष्ट कर देता है कि उसने कमियों को दुरुस्त कर लिया है तो वह निलंबन की छह महीने की अवधि से पहले बहाली के लिये आवेदन कर सकता है।’’ वाडा ने यह भी कहा,‘‘लेकिन छह महीने की निलंबन अवधि समाप्त होने पर भी लैब अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप नहीं बन पाती है तो वाडा अगले छह महीने और इसे निलंबित कर सकता है।’’
खेल मंत्रालय के लिये यह बड़ी पेचीदा स्थिति हो गई है जिसने बमुश्किल बीसीसीआई को नाडा के दायरे में आने के लिये तैयार किया था। डोपिंग निरोधक मसलों के विशेषज्ञ खेल मामलों के वकील पार्थ गोस्वामी ने कहा,‘‘खेल मंत्रालय और नाडा के लिये यह पेचीदा स्थिति है। वैसे जांच एशिया में ही किसी लैब में होगी लेकिन लागत पर असर पड़ेगा।’’
नाडा का इरादा तोक्यो ओलंपिक से पहले 5000 के करीब डोप टेस्ट करने का है। गोस्वामी ने कहा ,‘‘ नाडा को लागत वहन करनी होगी। यह बड़ी चिंताजनक स्थिति है।’’