'जीरो' अंक पाकर भी विराट कोहली को मिला राजीव गांधी खेल रत्न, 80 अंक पाने वाले पूनिया जा सकते हैं कोर्ट
By अभिषेक पाण्डेय | Published: September 21, 2018 12:33 PM2018-09-21T12:33:51+5:302018-09-21T12:33:51+5:30
Khel Ratna: खेल के सबसे बड़े अवॉर्ड खेल रत्न के लिए विराट कोहली और मीराबाई चानू के नाम के चयन पर विवाद खड़ा हो गया है
नई दिल्ली, 21 सितंबर: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और वर्ल्ड चैंपियन वेटलिफ्टर मीराबाई चानू को इस साल के खेल के सर्वोच्च पुरस्कार खेल रत्न के लिए चुना गया है। इन दोनों का चयन 11 सदस्यीय चयन समिति द्वारा किया गया है। लेकिन अब इस पुरस्कार को लेकर विवाद शुरू हो गया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक उपलब्धियों के आधार पर इन पुरस्कारों के चयन के लिए मीराबाई चानू को 44 अंक मिले हैं जबकि विराट कोहली के प्रदर्शन खाते में शून्य अंक दर्ज हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक खेल रत्न के कम से छह दावेदारों के अंक मीराबाई चानू से ज्यादा थे। विराट कोहली के खाते में शून्य अंक दर्ज होने की वजह ये है कि क्योंकि क्रिकेट के लिए कोई मानदंड ही तय नहीं हैं।
वहीं रेसलर बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट के खाते में उनके प्रदर्शन के आधार पर चानू से कहीं अधिक कुल 80 अंक दर्ज थे लेकिन फिर ये चयन समिति का कमाल था कि उन्होंने इस पुरस्कार के लिए विराट कोहली और मीराबाई चानू के नामों पर मोहर लगाई।
खेल रत्न पुरस्कारों में अपनी अनदेखी किए जाने से नाराज बजरंग पूनिया कोर्ट का दरवाजा भी खटखटा सकते हैं। उन्होंने इस मुद्दे पर गुरुवार को खेल मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौर से भी चर्चा की।
इस रिपोर्ट के मुताबिक 2018 के खेल रत्न पुरस्कारों के लिए नामित किए गए कुल 17 खिलाड़ियों में बजंरग पूनिया और विनेश फोगाट के बाद पैरा एथलीट दीपा मलिक का नंबर आता है जिनके खाते में 78.4 अंक दर्ज है।
इसके बाद इस लिस्ट में टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा (65), विकास कृष्ण (52) और निशानेबाज अभिषेक वर्मा (55.3) के नाम आते हैं।
इस पुरस्कार के चयन के लिए क्रिकेट के लिए कोई अंक प्रणाली नहीं है, जो एक ओलंपिक खेल नहीं है। आमतौर पर क्रिकेटरों का चयन आम सहमति के आधार पर किया जाता है, जो विवादों का कारण बनता है।
इन पुरस्कारों की चयन समिति में शामिल रहे एक सदस्य ने बताया कि इस बात पर बहस हुई थी कि कोहली (जिनका नाम 2016, 2017 में खारिज कर दिया गया था) के प्रदर्शन का आकलन कैसे किया जाए क्योंकि अंक प्रणाली को ओलंपिक और इंटरनेशनल टूर्नामेंट्स में प्रदर्शन के आधार पर निर्धारित किया जाता है।
इस सदस्य के मुताबिक, 'जब कोहली का नाम चर्चा के लिए आया, तो क्रिकेट के लिए अंक प्रणाली की अनुपस्थिति में लोगों के हाथ उठाकर फैसले का निर्णय हुआ। 11 में से आठ सदस्यों ने कोहली का समर्थन किया और इस तरह उनके नाम की सिफारिश हुई।'
इस सदस्य ने कहा, 'मीराबाई और श्रीकांत के मामले में भी यही प्रक्रिया अपनाई गई। सात सदस्यों ने मीराबई के पक्ष में हाथ उठाया जबकि छह ने श्रीकांत के। तो इस तरह मीराबाई के नाम पर मोहर लगी। इसके बाद श्रीकांत के नाम को लेकर और बहस हुई और आंतरिक वोटिंग हुई लेकिन उनके नाम को लेकर मत बंटा दिखा, सिर्फ कोहली और मीराबई के नामों की ही पेशकश की गई। विनेश और बजंरग का नाम भी चर्चा के लिए आया लेकिन पुरस्कार के लिए उनके नाम की सिफारिश नहीं की गई।'
रोचक ये है कि चयन कमिटी किसी भी खिलाड़ी को ओलंपिक, वर्ल्ड चैंपियनशिप, एशियन और कॉमनवेल्थ गेम्स की उपलब्धियों से मिलने वाले अंक के ऊपर अपने विवेक पर 20 अंक दे सकते हैं।
खेल रत्न के लिए 17 आवेदकों में से कमिटी ने 11 को अवॉर्ड के लिए शॉर्टलिस्ट किया और उन्हें इस प्रकार अंक दिए।
चानू (19), कोहली (18.5), श्रीकांत (18), विनेश (13), रोहन बोपन्ना (12), बजरंग पूनिया (12), नीरज चोपड़ा (15), दीपा मलिक (12), विकस कृष्ण (14), मनिका बत्रा (13) और पैरा-रेसलर वीरंद्र सिह (12)। अगर प्रदर्शन के अंकों को मिलाए तो खिलाड़ियों को कुछ इस तरह अंक मिले, मीराबाई 63 (44+19), पूनिया 92 (80+12), विनेश फोगाट 93 (80+13), दीपा मलिक 90.4 (78.4+12), मनिका बत्रा 78 (65+13) और विकास को 66 (52+14) अंक मिले।
इस साल की खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड कमिटी की अध्यक्षता दिल्ली होई कोर्ट के जज जस्टिस इंद्रमीत कौल कोचर थे, जबकि इसमें पूर्व खिलाड़ी अश्विनी नचप्पा, कमलेश मेहता, समरेश जंग और विमल कुमार के रूप में अन्य सदस्य शामिल थे।
बजंरग पूनिया को 2014 ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीतने पर (20 अंक), 2014 इंचियोन एशियन गेम्स में सिल्वर मेडल (25 अंक), 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड (25 अंक), 2018 जकार्ता एशियन गेम्स (30 अंक) के आधार पर उन्हें कुल 100 अंक प्राप्त हुए थे जिसे कमिटी ने परिवर्तित अंक के आधार पर उन्हें 80 अंक दिए गए।
मीराबाई चानू के मामले में उन्हें 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर (20 अंक), 2017 लास वेगास वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड (10 अंक), 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड (25 अंक) जो कुल 55 अंक हुए जिसे कमिटी ने 44 अंक माना।