तोक्यो में ऐतिहासिक पल, मीराबाई चानू ने 21 साल के इंतजार को खत्म किया, पदक जीतते ही खुशी से नाचे, देखें वीडियो

By सतीश कुमार सिंह | Published: July 24, 2021 01:28 PM2021-07-24T13:28:44+5:302021-07-24T14:33:35+5:30

Tokyo Olympics: ऐतिहासिक पोडियम स्थान हासिल करने का जश्न नाचकर मनाया। पदक जीतकर वह रो पड़ीं और खुशी में उन्होंने अपने कोच को गले लगाया।

Tokyo Olympics weightlifter Mirabai Chanu won silver 21 years Family and neighbours celebrations see video | तोक्यो में ऐतिहासिक पल, मीराबाई चानू ने 21 साल के इंतजार को खत्म किया, पदक जीतते ही खुशी से नाचे, देखें वीडियो

भारोत्तोलक ने कुल 202 किग्रा (87 किग्रा + 115 किग्रा) से कर्णम मल्लेश्वरी के 2000 सिडनी ओलंपिक में कांस्य पदक से बेहतर प्रदर्शन किया।

Highlightsआज हम बहुत खुश हैं, यह उनकी कड़ी मेहनत का नतीजा है। भारत और मणिपुर को उन पर गर्व है।उन्होंने 2016 में रियो ओलंपिक के खराब प्रदर्शन को भी पीछे छोड़ दिया जिसमें वह एक भी वैध वजन नहीं उठा सकीं थीं।

Tokyo Olympics: मीराबाई चानू ने शनिवार को यहां 49 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीतकर ओलंपिक खेलों में भारत के भारोत्तोलन पदक के 21 साल के इंतजार को खत्म किया और देश का खाता खोला।

मणिपुर में मीराबाई चानू के परिवार और पड़ोसी जश्न में डूब गए। रजत पदक जीतने के बाद जश्न मनाते इम्फाल में उनके एक रिश्तेदार का कहना है, ''आज हम बहुत खुश हैं, यह उनकी कड़ी मेहनत का नतीजा है। भारत और मणिपुर को उन पर गर्व है।'' पदक जीतकर वह रो पड़ीं और खुशी में उन्होंने अपने कोच को गले लगाया। बाद में उन्होंने ऐतिहासिक पोडियम स्थान हासिल करने का जश्न नाचकर मनाया।

मीराबाई चानू ने ओलंपिक में रजत पदक जीता

छब्बीस साल की भारोत्तोलक ने कुल 202 किग्रा (87 किग्रा + 115 किग्रा) से कर्णम मल्लेश्वरी के 2000 सिडनी ओलंपिक में कांस्य पदक से बेहतर प्रदर्शन किया। इससे उन्होंने 2016 में रियो ओलंपिक के खराब प्रदर्शन को भी पीछे छोड़ दिया जिसमें वह एक भी वैध वजन नहीं उठा सकीं थीं।

चीन की होऊ जिहुई ने 210 किग्रा (94 किग्रा +116 किग्रा) के प्रयास से स्वर्ण पदक जीता जबकि इंडोनेशिया की ऐसाह विंडी कांटिका ने 194 किग्रा (84 किग्रा +110 किग्रा) के प्रयास से कांस्य पदक अपने नाम किया। स्नैच को चानू की कमजोरी माना जा रहा था, लेकिन उन्होंने पहले ही स्नैच प्रयास में 84 किग्रा वजन उठाया।

मणिपुर इस भारोत्तोलक ने समय लेकर वजन उठाया। उन्होंने अगले प्रयास में 87 किग्रा वजन उठाया और फिर इसे बढ़ाकर 89 किग्रा कर दिया जो उनके व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 88 किग्रा से एक किग्रा ज्यादा था जो उन्होंने पिछले साल राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में बनाया था।

हालांकि वह स्नैच में अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को बेहतर नहीं कर सकीं और स्नैच में उन्होंने 87 किग्रा का वजन उठाया और वह जिहुई से ही इसमें पीछे रहीं जिन्होंने 94 किग्रा से नया ओलंपिक रिकार्ड बनाया। चीन की भारोत्तोलक का इसमें विश्व रिकार्ड (96 किग्रा) भी है। क्लीन एवं जर्क में चानू के नाम विश्व रिकार्ड है, उन्होंने पहले दो प्रयासों में 110 किग्रा और 115 किग्रा का वजन उठाया। हालांकि वह अपने अंतिम प्रयास में 117 किग्रा का वजन उठाने में असफल रहीं लेकिन यह उन्हें पदक दिलाने और भारत का खाता खोलने के लिये काफी था। 

बड़ी स्पर्धा का इससे अच्छा आगाज नहीं हो सकता थाः पीएम मोदी

तोक्यो ओलंपिक में भारोत्तोलक मीराबाई चानू के रजत पदक जीतने की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत उनके शानदार प्रदर्शन से उत्साहित है और खेलों की इस बड़ी स्पर्धा का इससे अच्छा आगाज नहीं हो सकता था। चानू ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली भारत की पहली भारोत्तोलक बन गयी है।

मोदी ने ‘चीयर4इंडिया’ हैशटैग के साथ ट्वीट किया, ‘‘तोक्यो 2020 की इससे अच्छी शुरुआत नहीं हो सकती थी। भारत मीराबाई चानू के शानदार प्रदर्शन से उत्साहित है। भारोत्तोलन में रजत पदक जीतने के लिए उन्हें बधाई। उनकी सफलता हर भारतीय को प्रेरित करती है।’’ मीराबाई चानू ने शनिवार को तोक्यो में 49 किलोग्राम वर्ग में रजत पदक जीतते हुए भारोत्तोलन में भारत का 21 साल का इंतजार खत्म कर दिया और तोक्यो ओलंपिक में देश का खाता खोला।

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