ओलंपिक दिवस 2020: जानिए क्यों मनाया जाता है, कोरोना संकट के बीच हो रहा दुनिया के सबसे बड़े ऑलनाइन वर्कआउट का आयोजन
By अभिषेक पाण्डेय | Published: June 23, 2020 10:00 AM2020-06-23T10:00:49+5:302020-06-23T10:00:49+5:30
Olympic day 2020: ओलंपिक खेलों की याद में मनाए जा रहे ओलंपिक दिवस के अवसर पर इस साल 24 घंटे के ऑनलाइन वर्कआउट का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें हजारों एथलीट और फैंस हिस्सा ले रहे हैं
आज यानी 23 जून को ओलंपिक दिवस मनाया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमिटी (आईओसी) की स्थापना पियरे दि कुबर्तिन ने पेरिस में 1894 में की थी जबकि पहले आधुनिक ओलंपिक खेलों का आयोजन 1896 में एथेंस में किया गया था। पहले ओलंपिक खेलों के आयोजन की याद में ही हर साल 23 जून को ओलंपिक दिवस या ओलंपिक डे के रूप में मनाया जाता है। 1948 से शुरू हुए ओलंपिक डे का उद्देश्य खेल और ओलंपिक मूल्यों का जश्न मनाना है।
इस साल कोरोना वायरस की वजह से टोक्यो ओलंपिक 2020 का आयोजन अगले साल तक के लिए टल गया है। ऐसे में इस साल ओलंपिक डे के अवसर पर 24 घंटे के ऑनलाइन ओलंपिक वर्कआउट का आयोजन किया जा रहा है।
दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन वर्कआउट के जरिए मनाया जा रहा ओलंपिक डे 2020
23 जून को ओलंपिक मूवमेंट को दुनिया के सबसे बड़े 24 घंटे के डिजिटल-फर्स्ट ओलंपिक वर्कआउट के जरिए मनाया जा रहा है।
इसके तहत दुनिया भर के ओलंपियन, एथलीट और फैंस विश्व के सबसे बड़े 24 घंटे के डिजिटल या ऑनलाइन वर्कआउट अभियान में सक्रिय होने के लिए साथ आएंगे। इस खास मुहिम का आयोजन इंटरनेशनल ओलंपिक कमिटी (आईओसी) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।
कोरोना की वजह से टोक्यो ओलंपिक 2020 के स्थगित होने और इस घातक वायरस की वजह से वैश्विक लॉकडाउन के कारण ओलंपिक एथलीट अपने डेली वर्कआउट को आईओसी के #स्टेस्ट्रॉन्ग #स्टेऐक्टिव, #स्टेहेल्थी अभियान के जरिए शेयर कर रहे हैं।.
ओलंपिक मूवमेंट के तहत होने वाले इस 24 घंटे के ऑनलाइन वर्कआउट प्रोग्राम के लिए अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) और उसके सहयोगी टोक्यो ओलंपिक 2020 की आयोजन समिति, बीजिंग 2022, पेरिस 2024, लॉस एंजिल्स 2028 और मिलानो-कोर्टिना 2026, राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों (NOCs), अंतर्राष्ट्रीय संघों (IFs), विश्वव्यापी ओलंपिक भागीदारों और प्रसारण अधिकार धारक, फैंस को वर्चुअल वर्कआउट में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।