मैरी कॉम ने किया रिटायरमेंट प्लान का खुलासा, बताया- कब लेंगी मुक्केबाजी से संन्यास
By भाषा | Published: June 6, 2019 07:00 PM2019-06-06T19:00:11+5:302019-06-06T19:00:11+5:30
छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरी कॉम ने गुरुवार को कहा कि उनकी योजना टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद संन्यास लेने की है।
नई दिल्ली, छह जून। छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरी कॉम ने गुरुवार को कहा कि उनकी योजना टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद संन्यास लेने की है। भारतीय मुक्केबाजी में 18 साल के लंबे करियर के दौरान छत्तीस वर्षीय मैरी कॉम ने छह विश्व चैंपियनशिप जीती हैं और एक ओलंपिक कांस्य पदक हासिल किया है। इसके अलावा पांच एशियाई चैंपियनशिप भी अपने नाम कर चुकी हैं। वह राज्य सभा सदस्य भी हैं।
मैरी कॉम ने दिल्ली में कोलगेट द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के मौके पर कहा, ‘‘2020 के बाद मैं संन्यास लेना चाहती हूं। इसलिए मेरा मुख्य लक्ष्य भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतना है। मैं सचमुच स्वर्ण पदक जीतना चाहती हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं हमेशा अपने देश को पदक दिलाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ कोशिश करती हूं। मैं ओलंपिक क्वालिफायर और विश्व चैंपियनशिप के लिए अपनी तैयारियां शुरू करूंगी। मैं इस बार स्वर्ण पदक जीतना चाहती हूं।’’
अगले साल होने वाले ओलंपिक से पहले मुक्केबाजी जगत को काफी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) को टोक्यो ओलंपिक में स्पर्धओं की मेजबानी से रोक दिया है। आईओसी ने घोषणा की कि वह अगले साल जनवरी और मई के बीच में ओलंपिक क्वालिफायर के लिए नया कैलेंडर तैयार करेगा और यह शायद वजन वर्गों पर भी दोबारा विचार कर सकता है।
भारतीय मुक्केबाज दुविधा में फंसे हैं, लेकिन मैरी कॉम को लगता है कि अगर क्वालिफायर अगले साल कराए जाते हैं तो यह उनके लिए फायदेमंद होगा। उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरे लिए अच्छा होगा, क्योंकि मुझे तैयारी के लिए और समय मिल जाएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम ओलंपिक ही नहीं सभी प्रतियोगिताओं के लिए नियमित रूप से ट्रेनिंग कर रहे हैं। विश्व चैंपियनशिप में मुझे प्रतिद्वंद्वियों को जानने का मौका मिलेगा कि उनकी ताकत और कमजोरी क्या है। इसी के अनुसार मैं तैयारी कर सकती हूं। अगर क्वालिफायर बाद में किए जाते हैं तो मुझे तैयारी के लिए अतिरिक्त समय मिल जाएगा।’’
रियो ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने में असफल होने के बाद मैरी कॉम ने दिसंबर 2016 में अपना वजन वर्ग 48 किग्रा कर लिया, लेकिन मणिपुर की यह मुक्केबाज फिर से 51 किग्रा में भाग ले रही हैं। मैरी कॉम ने इसके बारे में पूछने पर कहा, ‘‘51 किग्रा वर्ग मेरे लिए नया नहीं है। मैं इस वर्ग में 4-5 वर्षों से खेल रही हूं। यह लगातार नहीं हुआ क्योंकि मैं अपना वजन वर्ग बदलती रही।’’