Google Doodle: बॉस्केटबॉल के जनक को याद कर रहा है गूगल, डॉ जेम्स नेसमिथ पर खास डूडल, जानिए उनके बारे में
By विनीत कुमार | Published: January 15, 2021 07:39 AM2021-01-15T07:39:56+5:302021-01-15T07:47:46+5:30
Google Doodle: बास्केटबॉल के खेल के नियम आज ही पहली बार प्रकाशित किए गए थे। इस खेल के जनक होने का श्रेय डॉ जेम्स नेसमिथ को जाता है। गूगल आज अपने खास डूडल के जरिए उन्हें ही याद कर रहा है।
Google Doodle: गूगल आज अपने खास डूडल के जरिए बास्केटबॉल के जनक माने जाने वाले डॉक्टर जेम्स नेसमिथ को याद कर रहा है। डॉ जेम्स ने आज के ही दिन इस खेल के नियमों को प्रकाशित किया था।
बास्केटबॉल की शुरुआत उन्होंने जाड़े के दिनों में छात्रों को व्यस्त और फिट रखने के इरादे से किया था और आज ये दुनिया के बेहद लोकप्रिय खेलों में शुमार है।
Google Doodle: डॉ जेम्स का कनाडा में हुआ जन्म
कनाडा के ओंटारियो में 6 नवंबर 1861 को जन्मे डॉ जेम्स की रूचि शुरू से ही खेलों और शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में थी। ये रूचि उन्हें बाद में मैक्गील यूनिवर्सिटी ले गई जहां से उन्होंने 1888 में फिजिकल एजुकेशन की बैचलर डिग्री हासिल की। इसके बाद वे यहीं फिजिकल एजुकेशन के शिक्षक भी बन गए।
बाद में डॉ जेम्स नेसमिथ अमेरिका आ गये जहां उन्होंने मैस्च्यूट्स के स्प्रिंगफील्ड में YMCA इंटरनेशनल ट्रेनिंग कॉलेज में नौकरी करने लगे।
Google Doodle: 1891 में बास्केटबॉल के नियम की 'खोज'
YMCA इंटरनेशनल ट्रेनिंग कॉलेज में ही काम करते हुए डॉ जेम्स ने बास्केटबॉल के नियम पहली बार सामने रखे। उन्हें दरअसल सर्दी के दिनों में छात्रों को व्यस्त रखने के लिए एक इंडोर खेल बनाने का काम दिया गया था।
इसके बाद बास्केटबॉल की शुरुआत हुई। इस खेल में उन्होंने सॉकर, फुटबॉल, हॉकी और रग्बी जैसे खेलों से मिलते-जुलते नियम लिए और 9-9 लोगों की दो टीमें बनाई।
इस खेल को छात्रों के सामने 21 दिसंबर को पहली बार रखा गया। करीब एक साल बाद उन्होंने इस खेल के असल नियमों को आज के ही दिन कॉलेज न्यूजपेपर 'द ट्रायंगल' में प्रकाशित कराया।
1936 में बर्लिन ओलंपिक का हिस्सा बना बास्केटबॉल
डॉ जेम्स का खेल बास्केटबॉल प्रचलित होने लगा था। इसके बावजूद पढ़ाई और शिक्षा पर उनका जोर हमेशा बना रहा। साल 1898 में यूनिवर्सिटी ऑफ कोलाराडो से उन्हें मेडिकल डिग्री मिली।
आगे जाकर 1936 में बास्केटबॉल को जर्मनी के बर्लिन में हुए ओलंपिक खेलों का हिस्सा बनाया गया। डॉ जेम्स का निधन 1939 में 78 साल की उम्र में ब्रेन हैमरेज के कारण हुआ लेकिन बास्केटबॉल की लोकप्रियता समय के साथ बढ़ती चली गई। आज ये खेल पूरी दुनिया में करीब 200 देशों में खेला जाता है।