शूटर मनु भाकर को किया गया राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए नजरअंदाज, पिता ने खड़े किए सवाल

By भाषा | Published: January 22, 2020 08:49 PM2020-01-22T20:49:09+5:302020-01-22T20:49:09+5:30

रामकिशन ने कहा कि उन्होंने इसके लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

Father questions criteria after Manu Bhaker ignored for Rashtriya Bal Puraskar award | शूटर मनु भाकर को किया गया राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए नजरअंदाज, पिता ने खड़े किए सवाल

शूटर मनु भाकर को किया गया राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए नजरअंदाज, पिता ने खड़े किए सवाल

भारतीय निशानेबाज मनु भाकर के नाम पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए विचार नहीं किए जाने के बाद उनके पिता रामकिशन ने बुधवार को चयन मापदंड पर सवाल उठाये। सत्रह साल की इस खिलाड़ी ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कई पदक हासिल किये हैं। वह 2018 में 16 साल की उम्र में मैक्सिको में हुए आईएसएसएफ विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतनी वाली सबसे युवा निशानेबाज बनीं थी। उन्होंने उसके बाद शानदार प्रदर्शन जारी रखा।

रामकिशन ने सवाल उठाते हुए कहा, ‘‘अगर इतने पदक जीतने के बाद उसे इस तरह से नजरअंदाज किया जाता है, तो यह वास्तव में निराशाजनक है। मैं फिर से पूछना चाहता हूं कि पुरस्कार विजेताओं के चयन के पीछे क्या मापदंड है? क्या उसका प्रदर्शन इस लायक नहीं है?’’

रामकिशन ने कहा कि उन्होंने इसके लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने आरोप लगते हुए कहा, ‘‘ हमने इसके लिए समय से पहले आवेदन किया था। मुझे किसी से पता चला कि मनु का नाम इस साल भी सूची में नहीं है तो मैंने सचिव, संयुक्त सचिव और सहायक सचिव को फोन करने की कोशिश की लेकिन उनमें से किसी ने भी जवाब देना जरूरी नहीं समझा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जब भी मैंने फोन किया उनके निजी सहायकों ने कहा कि वे व्यस्त थे। मैंने उन्हें 25 ई-मेल भी भेजे लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।’’ महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सूत्र ने हालांकि कहा, ‘‘ जिस चयनसमिति ने पुरस्कार विजेताओं का चयन किया उसमें खेल मंत्रालय के प्रतिनिधि भी शामिल थे।’’

इन पुरस्कार विजेताओं को राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सम्मानित किया। बेंगलुरू के यश अराध्य इस पुरस्कार को पाने वाले पहले भारतीय मोटरस्पोर्ट्स चालक बने। कोविंद ने पांच से 18 वर्ष के आयु वर्ग के 49 बच्चों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया। यह पुरस्कार नवोन्मेष, समाज सेवा, विद्यालय शिक्षा, खेल, कला एवं संस्कृति और बहादुरी के क्षेत्र में उत्कृष्ट करने वाले बच्चों को दिया जाता है। इसमें पदक, एक लाख रुपये की पुरस्कार राशि के साथ प्रमाण और प्रशस्ति पत्र दिये जाते हैं। मनु ने दिसंबर 2019 में 63वें राष्ट्रीय निशानेबाजी में स्वर्ण पदक हासिल किया।

राष्ट्रमंडल और युवा ओलंपिक खेलों की इस चैम्पियन ने महिला 10 मीटर एयर पिटस्ट के सीनियर और जूनियर वर्ग का स्वर्ण जीता। उन्होंने चीन के पुतियान में जूनियर विश्व रिकार्ड के साथ विश्व कप फाइनल्स में भी पीला तमगा हासिल किया। मनु 2020 ओलंपिक के लिए कोटा स्थान हासिल करने वाले 15 भारतीय निशानेबाजों में शामिल है जो 10 मीटर और 25 मीटर पिस्टल स्पर्धाओं के लिए टीम में जगह मिलने पर भाग लेंगी।

Web Title: Father questions criteria after Manu Bhaker ignored for Rashtriya Bal Puraskar award

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