World Wrestling Championships: फैंस का टूटा सपना, पहले ही दौर में बाहर हुए सुशील कुमार
By भाषा | Published: September 20, 2019 03:08 PM2019-09-20T15:08:45+5:302019-09-20T15:24:29+5:30
भारत के दिग्गज रेसलर सुशील कुमार का सुल्तान में वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में अभियान समाप्त हो गया है। सुशील पुरुषों के फ्रीस्टाइल के 74 किलोग्राम वर्ग के किलोग्राम वर्ग के पहले ही दौर में अजरबैजान के खाद्जीमुराद गाड्झियेव (Khadzhimurad Gadzhiyev) से 9-11 से हार गए थे।
अनुभवी पहलवान सुशील कुमार की विश्व चैम्पियनशिप में आठ साल बाद वापसी महज छह मिनट तक रही और उन्हें शुक्रवार को शुरुआती दौर में अजरबेजान के खादजिमुराद गादजिएव से हार का सामना करना पड़ा। दो बार के ओलंपिक पदकधारी पहलवान सुशील ने अपने अनुभव का पूरा इस्तेमाल करते हुए 9-4 की बढ़त बना ली थी लेकिन लगातार सात अंक गंवाकर वह 74 किग्रा क्वालीफिकेशन दौर की बाउट 9-11 से हार गये।
अजरबेजान का पहलवान इसके बाद अपनी क्वार्टरफाइनल बाउट अमेरिका के जोर्डन अर्नस्ट बरो से हार गया जिससे सुशील चैम्पियनशिप से बाहर हो गये। छत्तीस साल का यह पहलवान लंबे समय से फार्म से जूझ रहा है और एशियाई खेलों में भी वह पहले दौर से बाहर हो गया था।
जकार्ता में मिली हार के बाद वह पहली बार बेलारूस में मिंस्क में हुई प्रतियोगिता मैट पर लौटे जिसमें वह पांचवें स्थान पर रहे। सुशील ने 0-2 से पिछड़ने के बाद चार अंक के थ्रो से वापसी कर बढ़त बना ली और चार अंक के थ्रो से फिर इसे मजबूत भी कर दिया। अजरबेजान के खेमे ने इस थ्रो को चुनौती दी लेकिन उनकी अपील ठुकरा दी गयी, जिससे भारतीय पहलवान को एक अतिरिक्त अंक मिला और ब्रेक तक सुशील ने 9-4 की बढ़त बना ली।
दूसरे पीरियड में अजरबेजान के पहलवान का कब्जा रहा, जिसमें उन्होंने सुशील को धक्का दिया और उन्हें नीचे गिराकर अंक जुटा लिये। समय बीत रहा था लेकिन सुशील थके हुए दिख रहे थे जिससे गादजिएव ने दो और अंक जुटा लिये और फिर दो अंक के थ्रो से बाउट जीत ली। सुशील एकमात्र भारतीय पहलवान हैं जिन्होंने 2010 में मास्को में विश्व खिताब जीता है अन्य वर्गों में जिसमें ओलंपिक क्वालीफिकेशन दांव पर था उसमें अन्य भारतीयों में सुमित मलिक 125 किग्रा की पहले दौर की बाउट 0-2 से गंवा बैठे। उन्हें हंगरी के डेनियल लिगेटी ने मात दी जो बाद में क्वार्टरफाइनल में हार गये।
भारत ने पुरुष वर्ग में अभी तक यहां बजरंग पूनिया (65 किग्रा) और रवि दहिया (57 किग्रा) की बदौलत दो ओलंपिक कोटे हासिल कर लिये हैं। वहीं करण गैर ओलंपिक 70 किग्रा वर्ग में अपने क्वालीफिकेशन दौर की बाउट में उज्बेकिस्तान के इख्तियोर नावरूजोव से 0-7 से हार गये।
प्रवीण ने 92 किग्रा में अपनी पहली बाउट कोरिया के चांगजाए सु के खिलाफ तकनीकी श्रेष्ठता के बूते जीत ली लेकिन बाद में उन्हें यूक्रेन के लियूबोमिर सागालियूक से 0-8 से हार का मुंह देखना पड़ा। सागालियूक के क्वार्टरफाइनल में हारने से भारतीय पहलवान का रेपेचेज में खेलने का मौका भी खत्म हो गया।