CWG 2022: रवि दहिया का दांव, कुश्ती में विपक्षी खिलाड़ी को 10-0 से मात देकर स्वर्ण पदक जीता, भारत के लिए 32वां मेडल
By सतीश कुमार सिंह | Published: August 6, 2022 10:11 PM2022-08-06T22:11:52+5:302022-08-06T22:27:07+5:30
CWG 2022: टोक्यो ओलंपिक रजत पदक विजेता रवि दहिया ने राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुषों की 57 किग्रा स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।
CWG 2022: टोक्यो ओलंपिक रजत पदक विजेता रवि कुमार दहिया ने कुश्ती में 57 किलोग्राम भार वर्ग में 10-0 की जीत के साथ स्वर्ण पदक जीत लिया है। दहिया ने नाइजीरिया के एबिकेवेनिमो वेल्सन को हराया। न्यूजीलैंड के सूरज सिंह और पाकिस्तान के असद अली को तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर हराया था।
CWG 2022: Indian wrestler Ravi Kumar Dahiya clinches gold, defeats Nigeria's Ebikewenimo Welson
— ANI Digital (@ani_digital) August 6, 2022
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भारत के लिए 32वां मेडल है। भारत की पूजा गहलोत ने राष्ट्रमंडल खेलों में महिलाओं की 50 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती स्पर्धा में कांस्य पदक जीता है। पहलवान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और दीपक पूनिया ने राष्ट्रमंडल खेलों की कुश्ती स्पर्धा में तीन स्वर्ण पदक भारत की झोली में डाले जबकि अंशु मलिक को पदार्पण करते हुए रजत पदक मिला। दिव्या ककरान तथा मोहित ग्रेवाल ने कांस्य पदक हासिल किये।
Olympic silver medallist Ravi Kumar Dahiya bags a gold medal in 57 Kg weight category in wrestling with a 10-0 victory in #CommonwealthGames2022pic.twitter.com/RXSLzWGN4R
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राष्ट्रमंडल खेलों के लिये पायलट की प्रवेश परीक्षा में नहीं बैठ सके, लॉन बॉल्स में रजत पदक जीता
‘कमर्शियल पायलट’ बनने की चाह रखने वाले दिल्ली के नवनीत सिंह राष्ट्रमंडल खेलों में पुरूषों की लॉन बॉल्स में भारत को पहला पदक दिलाने के कारण रविवार को एक शीर्ष भारतीय एयरलाइन की प्रवेश परीक्षा में नहीं बैठ सकेंगे। 27 साल के नवनीत ने पुरुषों की फोर फाइनल्स स्पर्धा में उत्तरी आयरलैंड से हारकर रजत पदक जीतने के बाद कहा, ‘‘मुझे हाल में अपना कमर्शियल पायलट का लाइसेंस मिला और मुझे कल एयर इंडिया की प्रवेश परीक्षा में बैठना था लेकिन मैं कल तक नहीं पहुंच सकूंगा। लेकिन अंत में मेरे पास एक पदक है तो ठीक है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘टूर्नामेंट हमारे लिये बदलाव लाने वाला रहा। हमने यहां काफी लोगों को हैरान किया, विशेषकर सेमीफाइनल में इंग्लैंड पर जीत से (क्योंकि लीग चरण में भारत इस टीम से हार गया था।) हम खुद भी इसके लिये तैयार नहीं थे। ’’
नवनीत इस चौकड़ी के युवा खिलाड़ी हैं, जिसमें चंदन कुमार सिंह, सुनील बहादुर और दिनेश कुमार काफी उम्रदराज हैं। ये अन्य तीन 2014 और 2018 में काफी करीब से पदक से चूक गये थे। चंदन बिहार के मुंगेर जिले में खेल शिक्षक हैं जबकि दिनेश और सुनील झारखंड पुलिस के साथ हैं।