CWG 2022: पीवी सिंधु का धमाल, कॉमनवेल्थ गेम्स में जीता अपना पहला गोल्ड मेडल, फाइनल में कनाडा की खिलाड़ी को हराया
By विनीत कुमार | Published: August 8, 2022 02:46 PM2022-08-08T14:46:08+5:302022-08-08T15:03:10+5:30
पीवी सिंधु ने कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास में अपना पहला गोल्ड मेडल जीत लिया है। उन्होंने बैडमिंटन के महिला सिंगल्स के फाइनल में कनाडा की 21-15, 21-13 से हराया।
बर्मिंघम: दो बार की ओलंपिक पदक विजेता भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने महिला सिंगल्स के फाइनल में कनाडा की मिशेल ली को हराकर गोल्ड मेडल जीत लिया। राष्ट्रमंडल खेलों के इतिहास में यह पहली बार है जब सिंधु ने खेल के एकल वर्ग में स्वर्ण पदक जीता है। जारी राष्ट्रमंडल खेलों में भारत की झोली में यह 19वां स्वर्ण पदक है।
सिंधु ने पिछली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीता था। वहीं, 2014 में उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया था। सिंधु ने बहरहाल सोमवार को फाइनल में मिशेल ली को सीधे गेम में 21-15, 21-13 से हराया।
SINDHU WINS 🥇! 👏👏
— BAI Media (@BAI_Media) August 8, 2022
A grand show from @Pvsindhu1 to defeat M. Li (🇨🇦) in straight games to give 🇮🇳 the first GOLD in 🏸 at #CommonwealthGames2022.
Final score: 21-15, 21-13.@himantabiswa | @sanjay091968#IndiaPhirKaregaSmash#B2022#CWG2022#Badmintonpic.twitter.com/8xJfZpgbh9
सिंधु ने पहला गेम 21-15 से जीता
पीवी सिंधु ने पहले गेम में 21-15 से जीत हासिल की। उन्होंने आक्रामक शुरुआत की और कुछ ही देर में 3-1 की बढ़त हासिल कर ली। मिशेल ली ने हालांकि यहां वारसी की और स्कोर को 4-4 से बराबर कर लिया। इसके बाद अगले कुछ मिनट तक स्कोर 5-5, 6-6, 7-7 तक बराबरी पर चलता रहा।
सिंधु ने इसके बाद वापसी की और पहले गेम में ब्रेक तक 11-8 की बढ़त बना ली। ब्रेक के बाद सिंधु ने और आक्रामक रवैया अपनाया और बढ़त को 16-10 कर लिया। ली ने जरूर कुछ संघर्ष दिखाया लेकिन सिंधु ने 21-15 से इस गेम को अपने नाम कर लिया।
दूसरे गेम में सिंधु का दबदबा
दूसरे गेम में सिंधु एक बार फिर आक्रामक अंदाज में नजर आई और 9-4 की बढ़त कायम कर ली। ब्रेक तक सिंधु की ये बढ़त 11-6 तक हो गई। हालांकि ब्रेक के बाद मिशेल ने जोर लगाया और स्कोर को 13-10 तक लाने में कामयाब रहीं। सिंधु ने इसके बाद फिर बढ़त बनाई और स्कोर को 16-12 तक ले गईं। इसके बाद 21-13 से गेम जीतते हुए मैच पर भी कब्जा कर लिया और भारत की झोली में गोल्ड मेडल डाल दिया।