Asian Under-20 Athletics Championships 2023: अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप में छह स्वर्ण, सात रजत और छह कांस्य पदक के साथ तीसरे स्थान पर रहा भारत, जानें टॉप-2 का हाल
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 7, 2023 20:12 IST2023-06-07T20:11:37+5:302023-06-07T20:12:54+5:30
Asian Under-20 Athletics Championships 2023: भारत छह स्वर्ण, सात रजत और छह कांस्य पदक जीतकर जापान (14 स्वर्ण, चार रजत और पांच कांस्य) और चीन (11 स्वर्ण, पांच रजत और तीन कांस्य) के बाद तीसरे स्थान पर रहा।

भारत के पदकों की संख्या 19 हो गई।
Asian Under-20 Athletics Championships 2023: भारतीय महिला चार गुणा 400 मीटर रिले टीम और 1500 मीटर दौड़ की धाविका लक्षिता विनोद संडीला ने बुधवार को यहां एशियाई अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप के अंतिम दिन स्वर्ण पदक जीते जिससे देश तालिका में तीसरे स्थान पर रहा।
संडीला ने महिलाओं की 1500 मीटर दौड़ में चार मिनट 24.23 सेकेंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ स्वर्ण पदक जीता। संडीला का इससे पहले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन चार मिनट 26.48 सेकंड था जिसमें उन्होंने लगभग दो सेकंड के अंतर से सुधार करके भारत को चैंपियनशिप में पांचवां स्वर्ण पदक दिलाया फिर चार गुणा 400 मीटर रिले टीम में रेजोआना मलिक हीना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी।
जिससे भ्रारतीय टीम ने तीन मिनट 40.49 सेकेंड के समय स्वर्ण पदक जीता। कजाखस्तान ने तीन मिनट 46.19 सेकेंड से रजत पदक और कोरिया ने तीन मिनट 47.46 सेकेंड से कांस्य पदक हासिल किया। पुरुषों की चार गुणा 400 मीटर रिले टीम ने तीन मिनट 8.78 सेकेंड के समय से रजत पदक से संतोष किया।
मेहदी हसन ने पुरुषों की 1500 मीटर दौड़ तीन मिनट 56.01 सेकेंड में पूरी करके कांस्य पदक जीता। शिवाजी परशु मदप्पागौद्रा ने पुरुषों की 5000 मीटर दौड़ में 14 मिनट 49.05 सेकेंड के समय के साथ रजत पदक जीता जिससे भारत के पदकों की संख्या 19 हो गई।
भारत छह स्वर्ण, सात रजत और छह कांस्य पदक जीतकर जापान (14 स्वर्ण, चार रजत और पांच कांस्य) और चीन (11 स्वर्ण, पांच रजत और तीन कांस्य) के बाद तीसरे स्थान पर रहा। रविवार को प्रतियोगिता के पहले दिन रेजोआना मलिक हीना और भरतप्रीत सिंह ने क्रमशः महिलाओं की 400 मीटर और पुरुषों की चक्का फेंक में स्वर्ण पदक जीता था। गोला फेंक के एथलीट सिद्धार्थ चौधरी ने सोमवार को स्वर्ण पदक जीता जबकि सुनील कुमार ने मंगलवार को डेकाथलॉन में सोने का तमगा हासिल किया था।