एशियन पैरा गेम्स: फजीहत! पैसे नहीं चुकाए तो भारतीय एथलीट्स को नहीं मिली खेल गांव में एंट्री
By विनीत कुमार | Published: October 2, 2018 02:27 PM2018-10-02T14:27:24+5:302018-10-02T14:27:24+5:30
इसी हफ्ते 6 अक्टूबर से 13 तारीख तक चलने वाले पैरा एशियन गेम्स में भारत की ओर से 112 अधिकारियों सहित 193 एथलीट का दल जकार्ता में होगा।
नई दिल्ली, 2 अक्टूबर: इंडोनेशिया के जकार्ता में इसी हफ्ते से शुरू होने जा रहे एशियन पैरा गेम्स से पहले ही कुछ भारतीय एथलीटों को उस समय फजीहत झेलनी पड़ी जब उन्हें खेल गांव में जाने से रोक दिया गया। मिली जानकारी के अनुसार ऐसा खेल मंत्रालय द्वारा जरूरी पैसे नहीं चुकाने के कारण हुआ।
यह पूरा घटनाक्रम सोमवार (1 अक्टूबर) का है और इसके चलते भारतीय पैरा-एथलीटों को कुछ घंटे बाहर ही बिताने पड़े। खेल मंत्रालय को करीब 300 लोगों के भारतीय दल के लिए करीब 1 करोड़ 83 लाख रुपये चुकाने थे।
बाद में पैराम्पिक कमिटी ऑफ इंडिया (पीसीआई) के अधिकारियों द्वारा 4 अक्टूबर तक जरूरी पैसा जमा कराने का आश्वासन दिये जाने के बाद इन एथलीट्स को एंट्री मिल सकी। एशियन पैरा गेम्स की शुरुआत 6 अक्टूबर से हो रही है। पीसीआई के वाइस-प्रेसिडेंट और जकार्ता में खिलाड़ियों के साथ मौजूद गुरुशरण सिंह ने बताया कि एशियन पैरा-गेम्स के लिए एथलीटों का रहने, उनके रजिस्ट्रेशन और प्रतियोगिता के लिए पैसे चुकाने होते हैं जबकि एशियन गेम्स में ऐसा नहीं होता।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार गुरुशरण ने कहा, 'खेल गांव में हर देश को अपने एथलीट के रहने के लिए पैसे चुकाने होते हैं। हमें करीब 300 के दल के लिए 2.5 लाख यूएस डॉलर देना है। हम यहां बिना फंड के आ गये थे और इसलिए ऐसी समस्या हुई। हमें ये बताना पड़ा कि हम 4 अक्टूबर तक पैसे चुका गेंदे। अगर हम ऐसा नहीं कर सके तो हमें खेल गांव को खाली करना होगा।'
पीसीआई के अधिकारियों के बताया कि 60 पैरा-एथलीट का दल सोमवार को जकार्ता पहुंचा जबकि बाकी एथलीट अगले कुछ दिनों में पहुंच जाएंगे। पीटीआई के अनुसार बाद में खेल सचिव राहुल भटनागर ने साफ किया कि मुद्दा सुलझ चुका है और देर शाम जरूरी पैसों को ट्रांसफर करा दिया गया है।
गौरतलब है कि 6 से 13 अक्टूबर तक चलने वाले पैरा एशियन गेम्स में भारत की ओर से 112 अधिकारियों सहित 193 एथलीट का दल जकार्ता में होगा। गुरुशरण ने बताया कि कोरिया के इंचियोन में 2014 में हुए खेलों के दौरान ऐसी समस्या नहीं हुई थी हालांकि, इस बार खेल मंत्रालय ने पैसे जारी करने में देर कर दी।