एशियन गेम्स में गोल्ड जीतने वाले तजिंदरपाल सिंह के पिता का निधन, मेडल हाथ में लेने का सपना रहा अधूरा
By विनीत कुमार | Published: September 4, 2018 02:41 PM2018-09-04T14:41:19+5:302018-09-04T14:52:04+5:30
तजिंदर पहले क्रिकेट खिलाड़ी बनना चाहते थे लेकिन अपने पिता के प्रोत्साहन के कारण उन्होंने शॉट पुट में अपना करियर बनाया।
नई दिल्ली, 4 सितंबर: हाल में इंडोनेशिया में हुए 18वें एशियन गेम्स में भारत के लिए शॉट पुट में गोल्ड मेडल जीतने वाले तजिंदरपाल सिंह तूर के पिता का निधन हो गया है। तजिंदर को अपने पिता करम सिंह के निधन की खबर भारत लौटने के कुछ देर बाद ही मिली। करम सिंह पिछले कुछ सालों से कैंसर से पीड़ित थे।
इसके बाद तजिंदर भारत लौटते ही दिल्ली एयरपोर्ट से पंजाब में अपने गांव मोगा के लिए रवाना हो गये। रिपोर्ट्स के अनुसार तजिंदर के पिता की आखिरी इच्छा थी कि वे बेटे का जीता हुआ गोल्ड मेडल अपने हाथों में भी ले सके लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं हो सका। तजिंदर के पिता के निधन की खबर पर एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआई) ने भी हैरानी और दुख जताया है।
एएफआई ने ट्वीट किया, 'एएफआई गहरे सदमे में है। हमने अपने एशियन गेम्स के शॉप पुट के हीरो तजिंदर की अगवानी पिछली रात एयरपोर्ट पर की और वे अपने होटल की ओर बढ़ ही रहे थे कि उन्हें अपने पिता के निधन का दुखद समाचार मिला। उनकी आत्मा को शांति मिले। हमारी संवेदना तजिंदर और उनके परिवार वालों के साथ है।'
AFI is in deep shock.We received Tejinder Toor,our Asian Shot Put Champion Gold Medalist at the airport last night & as he was on his way to hotel, sad news of his father's demise reached us. May his soul rest in eternal peace. Our heartfelt condolences to Tajinder & his family. pic.twitter.com/ZmtAvrhh3r
— Athletics Federation of India (@afiindia) September 4, 2018
बता दे कि तजिंदर पंजाब के मोगा गांव में किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। तेजिंदर पहले क्रिकेट खिलाड़ी बनना चाहते थे लेकिन अपने पिता के प्रोत्साहन के कारण उन्होंने शॉट पुट में अपना करियर बनाया। साल-2018 में भारतीय नौसेना से जुड़ने वाले तजिंदर इस साल गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में 8वें स्थान पर रहे थे। हालांकि, इंडोनेशियन में उन्होंने इतिहास रचते हुए गोल्ड मेडल जीता।
एशियन गेम्स में 23 साल के तजिंदरपाल ने 20.75 मीटर की दूरी पर गोला फेंककर सोना जीता और राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बनाया। यह एशियाई खेलों का रिकॉर्ड भी है। तजिंदर ने ओम प्रकाश करहाना के नाम पर दर्ज 20.69 मीटर का छह साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा।