एशियाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप: अमित पंघल, पूजा रानी ने जीते गोल्ड मेडल, दो अन्य भारतीयों को सिल्वर
By भाषा | Published: April 26, 2019 04:06 PM2019-04-26T16:06:01+5:302019-04-26T16:06:01+5:30
Asian Boxing Championships: भारतीय बॉक्सरों अमित पंघल और पूजा रानी ने एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीते, भारत ने जीते कुल 17 मेडल
बैंकॉक, 26 अप्रैल: अमित पंघल ने शुक्रवार को 52 किलो कैटिगरी में एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में कोरिया के इंक्यू किम को हराते हुए भारत को इस प्रतियोगिता का पहला गोल्ड दिलाया। इसके बाद महिलाओं की 81 किलो कैटिगरी में पूजा रानी ने वर्ल्ड चैंपियन वांग लीना को हराते हुए भारत को दूसरा गोल्ड दिलाया।
भारत ने पहली बार महिलाओं और पुरुषों के लिए एक साथ आयोजित हुई इस प्रतियोगिता में 13 मेडल जीते, जिनमें दो गोल्ड, चार सिल्वर और सात ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं।
भारतीय मुक्केबाज अमित पंघल (52 किलो) ने एशियाई चैंपियनशिप में लगातार दूसरा गोल्ड मेडल जीता जबकि दो अन्य को सिल्वर मेडल मिले। पिछले साल एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाले पंघल ने कोरिया के किम इंक्यू को हराया। उन्होंने फरवरी बुल्गारिया में स्ट्रांजा मेमोरियल टूर्नामेंट में भी स्वर्ण पदक जीता था।
इस साल की शुरुआत में 49 किलो से 52 किलो में आने के बाद पंघल का यह पहला टूर्नामेंट है। उन्होंने 2015 में कांस्य पदक जीता था। राष्ट्रीय चैंपियन दीपक सिंह (49 किलो) और कविंदर सिंह बिष्ट (56 किलो) को रजत पदक मिले। पंघल ने आक्रामक अंदाज में खेलना शुरू किया और विरोधी के पास उनके हमलों का कोई जवाब नहीं था।
इससे पहले दीपक को उज्बेकिस्तान के नोदिरजोन मिर्जामेदोव ने बंटे हुए फैसले पर हराया। भारतीय दल ने रैफरी को रिव्यू के लिये पीला कार्ड भी दिया जो इस साल प्रायोगिक आधार पर टूर्नामेंट में शुरू किया गया है। इसके तहत कोचों के पास किसी फैसले के खिलाफ अपील करने के लिये एक मिनट का समय होता है। मुकाबले के स्लो मोशन फुटेज रैफरी देखता है तो उस पर अंतिम फैसला लेता है। संबंधित टीम के पक्ष में फैसला नहीं आने पर राष्ट्रीय महासंघ को 1000 डॉलर जुर्माना देना पड़ता है। भारत के हाई परफॉर्मेंस निदेशक सैंटियागो नीवा ने कहा, 'हम फैसला बदला नहीं सके लेकिन विरोध दर्ज कराया।'
बिष्ट को उजबेकिस्तान के मिराजिजबेक मिर्जाहेलिलोव ने मात दी । उत्तराखंड का यह मुक्केबाज दाहिनी आंख पर पट्टी बांधकर खेल रहा था चूंकि सेमीफाइनल में उसे चोट लगी थी।