क्रिसमस स्पेशल: आप तो नहीं बने हैं किसी के 'सीक्रेट संता', जानिए कौन और क्यों बनते हैं 'सीक्रेट सांता'
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: December 24, 2017 01:53 PM2017-12-24T13:53:42+5:302018-12-25T10:46:20+5:30
सांता क्लॉज यानी सेंट निकोलस न केवल बच्चों के संत हैं, बल्कि नाविकों के भी हैं! इस कहानी से आपको क्रिसमस में इस्तेमाल होने वाले मोजों के बारे में भी पता चलता है।
उपहारों का त्योहार क्रिसमस के एक-दो दिन पहले से लोग एक दूसरे का सीक्रेट सांता बनते हैं और उन्हें गुप्त रूप से उपहार देते हैं। लेकिन असली सांता का क्या सीक्रेट था ये बहुत कम लोगों को मालूम होगा कि कौन थे 'सांता क्लॉज'। इस क्रिसमस के मौके पर आइए आपको बताते हैं कौन हैं संता।
गरीबों के लिए समर्पित थे संता
सेंट निकोलस यानी सांता क्लॉज एक बिशप थे। सेंट निकोलस चौथी शताब्दी में एशिया माइनर (जिसे अब टर्की बुलाते हैं) के मायरा शहर में रहते थे। वे बहुत ही धनी व्यक्ति थे। क्योंकि जब वे युवा अवस्था में थे तब उनके पिता की मृत्यु हो गई और उन्होंने निकोलस के पास ढेर सारा पैसा छोड़ कर चले गए थे। निकोलस बहुत ही दयालु व्यक्ति थे और हमेशा गरीबों की सेवा के लिए समर्पित रहते थे और उनकी आवश्यकता के अनुसार उन्हें चुप्पे से गिफ्ट दिया करते थे। वैसे उनके बारे में कई कहानियां प्रचलित है लेकिन कौन सी कहानी में कितनी सच्चाई है ये नहीं मालूम। सेंट निकोलस के बारे में एक कहानी जो उन्हें सीक्रेट सांता बतलाती है।
सीक्रेट सांता की 'सीक्रेट' कहानी
शहर मयरा में एक गरीब आदमी रहता था जिसकी तीन बेटियां थी। उस गरीब के पास इतने पैसे नहीं थे कि वो अपनी बेटियों की शादियां करा सके क्योंकि उसके पास देने के लिए दहेज नहीं थे। उस व्यक्ति की एक बेटी शादी के लायक हो चुकी थी। जब यह बात सेंट निकोलस को पता चला तो वे एक रात, चुपके से घर के चिमनी में सोने से भरा बैग डाल दिया।
बैग एक लम्बे मोजे में जा गिरा जो आग में सुखने के लिए लटकाया गया था। जब उस व्यक्ति की दूसरी बेटी की शादी के लायक हुई तो सेंट निकोलस ने ऐसा एक बार फिर किया। अंत में, उस व्यक्ति ने खोजना चाहा कि कौन है जो उसे इतने पैसे देकर चला जाता है। एक रात उसने गुप्त रुप से देखा तो निकोलस पकड़े गए। निकोलस ने उस व्यक्ति से कहा कि वो नहीं चाहते कि ये बात किसी को पता चले। लेकिन जल्द ही यह खबर सभी जगह फैल गई और अब ,जब किसी के व्यक्ति के पास सीक्रेट गिफ्ट पाया जाता तो लोग अनुमान लगा लेते कि जरूर निकोलस यानी सांता क्लॉज ने दिया होगा।
जब सांता का प्रार्थना कर तूफान से बचे नाविक
सेंट निकोलस न केवल बच्चों के संत हैं, बल्कि नाविकों के भी हैं! उनसे जुड़ी एक कहानी ये है कि एक बार तुर्की के तट कुछ नाविक भयंकर तूफान चपेट में फंस गए। तूफान इतना तेज था कि सारे यात्री अपनी जान बचने की उम्मीद को छोड़ दिया था। जहाज समुद्र की लहरों से बुरी तरह डगमगा रहा था। तब उन्होंने सेंट निकोलस यानी सांता क्लॉज से मदद करने के लिए प्रार्थना की। प्रार्थना करने बाद तूफान बिल्कुल शांत हो गया और वे जहाज से सुरक्षित बंदरगाह तक पहुंच गए।