मोटे प्लास्टिक में लपेटकर युवकों ने शरीर के भीतर इस तरह छिपा रखा था सोना, दो तस्कर गिरफ्तार
By वसीम क़ुरैशी | Published: May 9, 2019 01:22 PM2019-05-09T13:22:39+5:302019-05-09T13:23:55+5:30
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इन युवाओं को सोना इस तरीके से लाने के लिए बकायदा ट्रेनिंग दी गई थी. इसमें सफर की टाइमिंग और खानपान के संबंध में उन्हें विशेष ध्यान रखने की हिदायत दी गई थी.
8 मई मंगलवार तड़के सोना तस्करी के मामले में पकड़े गए दो युवाओं ने शरीर के बाहरी हिस्से में बांधकर नहीं, निकर में नहीं और कैप्सूल में भी नहीं बल्कि पेस्ट फार्म में मौजूद सोने को दूध के पैकेट के प्लास्टिक से कुछ मोटी प्लास्टिक की पन्नी में लपेटकर गुदा मार्ग से शरीर के भीतर रखा था. ये काफी घातक मॉडस अप्रेंटी है. सूटकेस की मैटॉलिक लाइनिंग, जूते या सैंडल की हील व रॉड फार्म में सोना तस्करी का तरीका पुराना हो चुका है.
अब ये नई मॉडस अप्रेंटी अपनाई जा रही है. जानकारों के अनुसार ये काफी घातक हैं. मोटे प्लास्टिक के कोने शरीर के भीतरी अंग को चोट पहुंचा सकते हैं और इसके नतीजे में जान से भी हाथ धोना पड़ सकता है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इन युवाओं को सोना इस तरीके से लाने के लिए बकायदा ट्रेनिंग दी गई थी. इसमें सफर की टाइमिंग और खानपान के संबंध में उन्हें विशेष ध्यान रखने की हिदायत दी गई थी.
बताया तो यह भी जा रहा है कि बड़े कंसाइनमेंट से पहले के लिए यह महज एक ट्रायल था लेकिन नागपुर एयरपोर्ट पर कस्टम के अधिकारियों ने साइकोलॉजिकल एनालिसिस और पारखी नजर के चलते संदिग्धों को पकड़ लिया. पकड़े गए युवा सऊदी से सीधे मुंबई भी पहुंच सकते थे फिर उन्होंने आखिर नागपुर आकर मुंबई जाने का फैसला क्यों किया? उन पर शक का ये भी बड़ा आधार बना. इसके बाद एक्सरे कराया गया जिसमें 'दूध का दूध और पानी का पानी' हो गया. इसमें दोनों युवाओं के शरीर में गुदा द्वार के कुछ ऊपर प्लास्टिक में लिपटे पेस्ट फार्म गोल्ड के दो-दो पैकेट पाए गए.
कस्टम विभाग के आला अधिकारियों के मुताबिक तस्करी के ऐसे मामलों में जांच के दौरान कई और लिंकिंग्स का पता लगाया जाना होता है. इसीलिए कुछ जानकारियों का खुलासा करना मुनासिब नहीं होता. बॉक्स आगे ये होगा एक्शन अवैध रूप से लाए गए इस सोने की कीमत चूंकि 20 लाख रुपए से कम है. इसीलिए इस मामले में पकड़े गए युवाओं को गिरफ्तार तो नहीं किया जाएगा लेकिन उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा.
एडिशनल कमिश्नर (कस्टम) के समक्ष उनके मामले में सुनवाई होगी. उनके वकील उनका पक्ष रखेंगे. इसके बाद पेनाल्टी की रकम तय होगी. बॉक्स कोई नई बात नहीं नागपुर एयरपोर्ट पर शरीर के भीतर सोना रखकर लाए जाने के मामले पहले भी हो चुके हैं. कुछ मामलों में कैप्सूल के खाली खोखे का उपयोग भी किया गया लेकिन मोटे प्लास्टिक में लपेटकर शरीर के भीतर सोना लाने के मामले कम ही देखे गए हैं.