इमरजेंसी लैंडिंग के बाद 12 घंटे नागपुर में अटके यात्री, बेंगलुरू से दिल्ली जा रही थी स्पाइसजेट की फ्लाइट
By वसीम क़ुरैशी | Published: May 11, 2019 04:09 PM2019-05-11T16:09:44+5:302019-05-11T16:09:44+5:30
नाराज यात्रियों ने लंबे इंतजार की वजह से हंगामा करते हुए विमान का दरवाजा खोलने की कोशिश की. इसके बाद जाकर कई विमान दिल्ली के लिए रवाना हुआ और शनिवार की दोपहर 1.06 बजे दिल्ली पहुंचा.
शुक्रवार व शनिवार की दरमियानी रात 1.26 बजे स्पाईसजेट की फ्लाइट एसजी-8720 बेंगलुरू-दिल्ली की नागपुर में इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई. विमान में 153 यात्री सवार थे. लैंडिग के बाद तड़के 5.30 बजे तक यात्री विमान में ही बैठे रहे. यात्रियों को करीब 12 घंटे नागपुर में ही रुकना पड़ा.
दिल्ली से दूसरा विमान बुलवाकर इन यात्रियों को शनिवार की दोपहर करीब 12 बजे दिल्ली के लिए रवाना किया गया. इस फ्लाइट एसजी-8720, की खास बात ये थी कि ये लीज पर लिए गए जेट के विमान के माध्यम से संचालित की जा रही है.
फ्लाइट एसजी-8720 को बेंगलुरू से अपने निर्धारित समय रात 10 बजे (शुक्रवार की रात) निकलना था लेकिन यह एक घंटे विलंब के साथ रवाना हुई. इसके बाद दिल्ली पहुंचने में जब महज 200 किमी का ही फासला बचा था तब पायलट ने नागपुर एयर ट्रॉफिक कंट्रोल से लैंडिंग की अनुमति मांगी.
दिल्ली में लैंडिंग की अनुमति नहीं मिली
अनुमति मिलते ही फ्लाइट नागपुर के लिए डायवर्ट किया गया. सूत्रों के अनुसार विमान के फ्यूल क्वांटीटी इंडिकेटर अलार्म बज उठा था. पायलट को जब आपात स्थिती का अंदाजा हुआ उस वक्त दिल्ली नजदीक और नागपुर उससे दूर था. वहीं फ्यूल अलार्म के बजने के दौरान दिल्ली में शायद कंजेशन की वजह से लैंडिंग की अनुमति नहीं मिल पाई.
बहरहाल नागपुर में विमान को उतारने के बाद यात्रियों को डोमेस्टिक अराईवल हॉल में ठहराया गया. पहले से विलंब होने के कारण यात्री काफी नाराज थे.
एमआईएल के कर्मचारियों ने मुहैया कराया नाश्ता
उल्लेखनीय है कि नागपुर में स्पाईसजेट का काउंटर नहीं है. इसकी ग्राउंड हैंडलिंग की जिम्मेदारी पूर्व में जेनस कंपनी संभालती थी लेकिन एयर एशिया की फ्लाइट के बंद होने के चलते अब यहां जेनस के एक्जिक्यूटिव नहीं रहते, केवल लोडर ही उपलब्ध रहते हैं.
इसी वजह से मिहान इंडिया लिमिटेड (एमआईएल) के कर्मचारियों को यात्रियों की देखभाल करनी पड़ी. एमआईएल की टीम ने यात्रियों को नाश्ते में पोहा व चाय उपलब्ध कराई.
यात्री की तबीयत बिगड़ी
नागपुर एयरपोर्ट पर इंतजार के दौरान एक यात्री के पेट में तेज दर्द उठा. जिसे उपचार के लिए रामदासपेठ स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
दरवाजा खोलने की कोशिश
यात्रियों की बढ़ती नाराजगी के बाद दिल्ली से फ्लाट एसजी 9111 फ्लाइट का विमान नागपुर भेजा गया. यह शनिवार की सुबह 8.45 बजे नागपुर पहुंचा. दिल्ली निवासी यात्री अरविंद गुगलानी ने बताया कि बेंगलुरू में भी विमान के अंदर ही एक घंटे बैठे रहना पड़ा था.
कोई कारण बताए बगैर ही नागपुर में इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई. पूछताछ में बताया पहले बताया कि दिल्ली से विमान सुधारने इंजीनियर्स आने वाले हैं फिर कहा गया इंजीनियर्स ने आने से मना कर दिया. नागपुर में एयरलाइंस की ओर से खानपान का कोई इंतजाम नहीं कराया गया.
एयरपोर्ट पर कई यात्रियों को बैठने की जगह तक नसीब नहीं हो पाई थी. सुबह जो विमान दिल्ली से बुलाया गया उसके लिए फिर से यात्रियों का डाक्युमेंटेशन कराया गया. इस विमान में शनिवार की सुबह करीब 10.30 बजे यात्रियों को सवार करवाया गया. इसके बाद फिर विमान में ही एक घंटे बैठाकर रखा गया.
नाराज यात्रियों ने लंबे इंतजार की वजह से हंगामा करते हुए विमान का दरवाजा खोलने की कोशिश की. इसके बाद जाकर कई विमान दिल्ली के लिए रवाना हुआ और शनिवार की दोपहर 1.06 बजे दिल्ली पहुंचा.
विमान की हालत भी तो कमजोर नहीं!
आर्थिक संकट से जूझती जेट एयरवेज फ्लाइटों का संचालन पिछले करीब एक माह से बंद है. इसके बाद उसके विमान को दूसरी एयरलाइंस लीज पर लेकर चलाने लगी हैं. हाई क्लास कैरियर (एचसीसी) के रूप में कभी चलती रही इस एयरलाइंस के विमान के रखरखाव पर भी ऐसी घटनाओं के चलते सवालिया निशान खड़ा हो रहा है.
जुटे रहे इंजीनियर
शनिवार की सुबह करीब 8.45 को दिल्ली से नागपुर आए विमान से ही इंजीनियर्स पहुंचे. समाचार लिखे जाने तक वह विमान के सुधार में जुटे हुए थे.