शिवसेना की नीलम गोर्हे का विधान परिषद का उपसभापति बनना तय, कांग्रेस जता रही थी हक
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: June 22, 2019 08:10 AM2019-06-22T08:10:26+5:302019-06-22T08:10:26+5:30
कांग्रेस नेता माणिकराव ठाकरे का कार्यकाल 17 जुलाई 2018 को समाप्त हो गया था.तब से यह पद रिक्त था. इस पर कांग्रेस अपना हक जता रही थी.
(अतुल कुलकर्णी)
विधान परिषद के उपसभापति पद पर शिवसेना की विधायक नीलम गोर्हे का चयन होने का मार्ग प्रशस्त हो गया है. उनका सोमवार को चयन होगा. कांग्रेस यह मांग कर रही थी. भाजपा ने यह कह कर कांग्रेस को घेरा था कि विधानसभा विपक्ष नेता पद चाहिए तो पहले विधान परिषद के उपसभापति पद पर निर्णय लें. कांग्रेस नेता माणिकराव ठाकरे का कार्यकाल 17 जुलाई 2018 को समाप्त हो गया था.
तब से यह पद रिक्त था. इस पर कांग्रेस अपना हक जता रही थी. शरद रणपिसे, अमर राजूरकर और भाई जगताप इसके लिए उत्सुक थे. अपने पास संख्याबल होने का दावा करते हुए कांग्रेस इस पर अड़ी थी. लेकिन राधाकृष्ण विखे पाटिल भाजपा में शामिल हो गए और विजय वडेट्टीवार कांग्रेस के गुट नेता बन गए.
कांग्रेस व राकांपा दोनों ने वडेट्टीवार को विपक्ष नेता बनाने की मांग का पत्र अध्यक्ष हरिभाऊ बागड़े को दिया. तब भाजपा और शिवसेना ने कहा कि उपसभापति पद हमको दें, अन्यथा हम वडेट्टीवार को यह पद नहीं देंगे. इसलिए विधायक गोर्हे उपसभापति बन गईं तो वडेट्टीवार का नाम भी विपक्ष नेता के रूप में घोषित कर दिया जाएगा.
सभापति रामराजे नाईक निंबालकर ने यह चुनाव सोमवार को कराने की घोषणा की है. नामांकन भरने का समय दोपहर तक दिया जाएगा. एक ही नाम होने से दोपहर में नाम घोषित कर दिया जाएगा. शिवसेना ने विधायक नीलम गोर्हे का नाम तय किया है. विधान परिषद में संख्याबल राकांपा 17, कांग्रेस 16, भाजपा 23, शिवसेना 12, लोकभारती 1, शेकाप 1, पिपल्स रिपब्लिकन पार्टी 1, राष्ट्रीय समाज पक्ष 1, निर्दलीय 6, कुल 78।