पुणे के लता मंगेशकर अस्पताल पर 100 करोड़ जुर्माना, जानिए क्या है वजह
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: March 19, 2019 07:52 AM2019-03-19T07:52:14+5:302019-03-19T07:52:14+5:30
सरकार के मेडिकल शिक्षा व औषधि द्रव्य विभाग द्वारा तय की गई दरों से अधिक दर से मरीजों से शुल्क व भाड़ा वसूल करने को लेकर यहां के लता मंगशेकर मेडिकल फाउंडेशन को 100 करोड़ रुपए सरकार की तिजोरी में जमा करने के लिए कहा गया है. इस संदर्भ में एक नोटिस जिलाधिकारी ने अस्पताल प्रबंधन को भेजी है.
जिलाधिकारी के पास कई ऐसी शिकायतें आई थीं जिनमें आरोप लगाया गया था कि दीनाथान मंगेशकर अस्पताल धर्मादाय अस्पताल है. इसके बावजूद मरीजों से बड़े पैमाने पर पैसा वसूल किया जा रहा है. एड. रमेश धर्मावत ने भी जिलाधिकारी के पास अस्पताल के खिलाफ लिखित शिकायत की थी.
इन शिकायतों की दखल लेते हुए जिलाधिकारी नवल किशोर राम ने 11 मार्च को दीनानाथ अस्पताल के लता मंगेशकर मेडिकल फाउंडेशन को नोटिस जारी की और मरीजों से गैरकानूनी ढंग से वसूल किए गए लगभग 100 करोड़ रुपए सरकार की तिजोरी में जमा करने के लिए कहा है. नोटिस में शिकायतों के संदर्भ में सात दिनों के भीतर दस्तावेज पेश करने के लिए भी कहा गया है.