600 शिक्षकों को बुलाया एक भी नहीं आया, मध्यवर्ती संग्रहालय के सभागृह में खाली पड़ी रहीं कुर्सियां
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: November 19, 2019 10:22 AM2019-11-19T10:22:55+5:302019-11-19T10:22:55+5:30
कार्यशाला के लिए सिविल लाइंस स्थित मध्यवर्ती संग्रहालय के सभागृह में कार्यक्रम के शुरू होने के समय से शाम तक यहां रखी कुर्सियां मेहमानों का इंतजार करती रहीं लेकिन इनमें बैठने वाला कोई नहीं पहुंचा.
विश्व विरासत सप्ताह के एक दिन पहले मध्यवर्ती संग्रहालय में 600 शिक्षकों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया था. मकसद था शिक्षक बच्चों को विरासतों को संजोने को लेकर उनका बेहतर ढंग से मार्गदर्शन कर पाएं.
कार्यशाला के लिए सिविल लाइंस स्थित मध्यवर्ती संग्रहालय के सभागृह में कार्यक्रम के शुरू होने के समय से शाम तक यहां रखी कुर्सियां मेहमानों का इंतजार करती रहीं लेकिन इनमें बैठने वाला कोई नहीं पहुंचा. छत्रपति शिवाजी महाराज वस्तु संग्रहालय मुंबई व मध्यवर्ती संग्रहालय नागपुर द्वारा इस कार्यशाला के लिए पहले ही शिक्षा अधिकारी को शिक्षकों को कार्यक्रम में शामिल करवाने संबंधी पत्र भेजा गया था. कुछ स्कूलों को भी ये पत्र भेजा गया.
आयोजनकर्ताओं ने शिक्षकों की मेहमाननवाजी के लिए कोई कमी नहीं छोड़ी थी, नाश्ते से लेकर दोपहर के भोजन तक का इंतजाम किया था. दोपहर 1 बजे तक आयोजन से जुड़े अधिकारी शिक्षकों का इंतजार करते रहे आखिरकार वे दूसरे कामों में जुट गए और कार्यशाला पर पानी फिर गया. अधिकारी ये स्पष्ट भी नहीं कर पाए कि इस सरकारी कार्यक्रम में आखिर शिक्षकों ने दिलचस्पी क्यों नहीं दिखाई.