नागपुरः नियमित कर भरने वालों की संपत्ति निकाली नीलामी में, हरीश राउत की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 26, 2020 02:40 PM2020-02-26T14:40:46+5:302020-02-26T14:40:46+5:30
अखबार में छपे नीलामी के विज्ञापन से मालिक को इसके बारे में पता चला. मौजा झिंगाबाई टाकली स्थित प्लॉट नंबर 45, खसरा क्रमांक 7, 9, 11/4, 11/5 में कर्मचारी सहकारी गृहनिर्माण संस्था की तरफ से ले-आउट डाला गया है.
नागपुर के मंगलवारी जोन के सहायक आयुक्त हरीश राउत की कार्यप्रणाली एक बार फिर से सवालों के घेरे में है. इस बार नियमित संपत्ति कर भरने वाले प्लॉट धारक की 2400 वर्गफुट जमीन नीलामी के लिए निकाल दी.
संबंधित संपत्ति पर जोन की तरफ से 1.47 लाख रुपए का बकाया निकाला गया है. एक दैनिक अखबार में छपे नीलामी के विज्ञापन से मालिक को इसके बारे में पता चला. मौजा झिंगाबाई टाकली स्थित प्लॉट नंबर 45, खसरा क्रमांक 7, 9, 11/4, 11/5 में कर्मचारी सहकारी गृहनिर्माण संस्था की तरफ से ले-आउट डाला गया है.
इसमें प्लॉट धारक वसंतराव गणपतराव गोतमारे की जमीन है. कर नहीं भरने के मामले को लेकर संबंधित पर 1.47 लाख रुपए का बकाया निकाला गया है. नीलामी में संबंधित प्लॉट का बेस प्राइज 30.69 लाख रुपए आंका गया. 80 वर्षीय गोतमारे ने पत्रकारों को बताया कि वे दिघोरी में रहते हैं. फिर भी मंगलवारी जोन में आने वाले अपने प्लॉट का संपत्ति कर नियमित भरते थे.
जोन कार्यालय में जाकर कंज्यूमर नंबर के आधार पर डिमांड का पता लगा कर बिल भरते थे. इसके पूरे दस्तावेज हैं. जब अखबार में नीलामी की जानकारी मिली तो चौंक गया. इस मामले में आयुक्त तुकाराम मुंढे और जोन के सहायक आयुक्त हरीश राउत को पत्र लिखा है.
सहायक आयुक्त राउत ने सही तरीके से जवाब नहीं दिया. संबंधित मामला गंभीर है. शिवसेना के गुटनेता किशोर कुमेरिया ने बताया कि गोतमारे मेरे ही प्रभाग में रहते हैं. जब उन्होंने प्लॉट से जुड़े दस्तावेज दिखाए तो उसमें बिल भरा हुआ दिखा.
ऐसे में विज्ञापन में उनकी संपत्ति का उल्लेख कर नीलाम की प्रक्रिया में लाना बिलकुल गलत है. अगर कार्रवाई रुकी नहीं तो शिवसेना संघर्ष करेगी. अधिकारी पर दंडात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए.