मुंबई पुल हादसा: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस घायलों से मिले, कहा- 'आज शाम तक तय हो जाएगी जिम्मेदारी'
By विनीत कुमार | Published: March 15, 2019 11:44 AM2019-03-15T11:44:42+5:302019-03-15T11:44:42+5:30
फडणवीस ने घायलों से मुलाकात के बाद बताया कि 10 घायलों को अस्पताल के वार्ड में रखा गया है।
मुंबई के सीएसटी स्टेशन के पास गुरुवार शाम हुए फुटओवर ब्रिज हादसे के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार सुबह घटनास्थल का दौरा किया और अस्पताल में भर्ती घायलों से भी मुलाकात की। फडणवीस ने घायलों से मुलाकात के बाद बताया कि 10 घायलों को अस्पताल के वार्ड में रखा गया है जबकि एक घायल व्यक्ति आईसीयू में है। मुख्यमंत्री के अनुसार हालांकि सभी खतरे से बाहर हैं।
फडणवीस ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि घटना की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी और एफआईआर दर्ज कर दिया गया है। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि आज शाम तक जिम्मेदारी तय कर दी जाएगी जिनकी लापरवाही के कारण ऐसी घटना हुई। फड़णवीस ने कहा, 'यह चौंकाने वाली बात है कि संरचनात्मक ऑडिट के बाद भी ऐसी दुर्घटना हो सकती है। इसकी प्राथमिक जिम्मेदारी आज शाम तक तय कर दी जाएगी। मैंने नागरिक प्रमुख (अजॉय मेहता) से उन जिम्मेदार लोगों के नाम पता लगाने के लिये कहा है। जो लोग जिम्मेदार हैं (पुल गिरने के लिये) उन्हें दंडित किया जाएगा।'
फुटओवर ब्रिज गिरने से गुरुवार को इस हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई थी। यह घटना शाम करीब 7.30 बजे हुई। इस बीच बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने पुल के प्रमुख ढांचे के बचे हुए हिस्सों को गिराने का फैसला ले लिया गया है।
Mumbai: Remaining portions, including the metallic frame of the bridge, will be removed today. The slabs were removed last night after a part of a foot over bridge near CSMT railway station collapsed yesterday. 6 people had died in the incident. pic.twitter.com/rpdT6GUM8o
— ANI (@ANI) March 15, 2019
बीएमसी ने पुल के हिस्से के ढहने की घटना के बाद सुरक्षा इंतजाम के लिए शुक्रवार सुबह व्यस्त डीएन सड़क को बंद रखा था। एक अन्य महानगरपालिका अधिकारी ने कहा, 'डीएन सड़क को एहतियातन बंद कर दिया गया है। बीएमसी आयुक्त मेहता ने इसे पुन: खोलने के संबंध में निर्णय लेने के लिए बैठक बुलाई है।'
उन्होंने बताया कि रायगढ़ जिले के मलाड में बारिश में सावित्री पुल के बह जाने के बाद अगस्त 2016 में लेखा परीक्षा के दौरान इस पैदल पार पुल की जांच की गई थी और इसे सुरक्षित पाया गया था। अधिकारी ने कहा, 'जिस पुल का हिस्सा बृहस्पतिवार को ढहा, उसे सीटूबी चिह्नित किया गया था। इसका अर्थ यह हुआ कि इसके लिए थोड़ी-बहुत मरम्मत की आवश्यकता थी। मरम्मत के लिए निविदाएं जारी की गई थीं लेकिन उन्हें रोक दिया गया। हम जांच करेंगे कि निविदा को बीएमसी स्थायी समिति ने रोका था या सड़क एवं पुल विभाग ने ऐसा किया था।'
(भाषा इनपुट)