महाराष्ट्र में कोरोना संकट के बीच विधान भवन के बाहर हो सकता है अधिवेशन, विधानसभा अध्यक्ष ने सरकार को भेजा प्रस्ताव
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: July 31, 2020 07:08 AM2020-07-31T07:08:21+5:302020-07-31T07:08:21+5:30
महाराष्ट्र में इस बार विधानमंडल का अधिवेशन भवन परिसर में पार्किंग की जगह पर आयोजित करने का विचार हो रहा है. यदि इसे मंजूरी मिल जाती है, तो यह अपने किस्म का पहला अधिवेशन होगा.
यदु जोशी
राज्य विधानमंडल का 7 सितंबर से शुरू होने वाला अधिवेशन विधान भवन में कराने के बजाय भवन परिसर में पार्किंग की जगह पर आयोजित किया जा सकता है. चूंकि पार्किंग की जगह खासी बड़ी है इसलिए यहां मंडप लगा कर अधिवेशन कराया जा सकता है. इस आशय का प्रस्ताव विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय ने आज मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भेजा है.
विधानसभा के अध्यक्ष नाना पटोले ने कल बुधवार को अधिकारियों के साथ बैठक की. इसमें विधानभवन की इमारत के बाहर अधिवेशन आयोजित करने संबंधी संभावना को टटोला गया. प्रस्ताव दिया गया कि भवन के बाहर की जगह में वाटरप्रूफ मंडप लगा कर अधिवेशन का कामकाज चलाया जा सकता है. यदि इसे मंजूरी मिल जाती है, तो यह अपने किस्म का पहला अधिवेशन होगा.
प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि विधानपरिषद की सदस्य संख्या 78 होने की वजह से उसका अधिवेशन मौजूदा विधानसभा भवन में आयोजित किया जा सकता है. इसमें सभी के लिए शारीरिक दूरी बनाए रखना संभव होगा. यदि पार्किंग की जगह पर अधिवेशन आयोजित कराया जाता है, तो पार्किंग की समस्या खड़ी होगी.
इसके लिए भवन के आसपास की निजी इमारतों और सरकारी भवनों की पार्किंग इस्तेमाल की जा सकती है. चूंकि निजी कंपनियों के कार्यालयों में 10 फीसदी ही कर्मचारी मौजूद रहते हैं इसलिए उनकी इमारतों में पार्किंग उपलब्ध हो सकती है.
विधानमंडल कामकाज सलाहगार समिति की बैठक आगामी 7 अगस्त को संपन्न होने जा रही है. इसमें अधिवेशन की रूपरेखा तैयार की जाएगी. साथ ही, पार्किंग स्थल पर अधिवेशन चलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी जा सकती है. पिछले सप्ताह पाँडिच्चेरी विधानसभा के बजट अधिवेशन के दौरान एक विधायक के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की वजह से शेष अधिवेशन बाहर आयोजित किया गया. राज्य की महत्त्वपूर्ण समस्याओं पर चर्चा, पूरक मांगों और विधेयकों को वर्षाकालीन अधिवेशन में मंजूरी दी जाती है.
चूंकि दो अधिवेशनों के बीच छह माह से अधिक का समय नहीं होना चाहिए इसलिए 14 सितंबर से पहले अधिवेशन आयोजित करना जरूरी है. इस बारे में विधानसभा के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि अधिवेशन निश्चित रूप से संपन्न होगा. इस दौरान शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए पार्किंग की जगह पर कामकाज चलाने का प्रस्ताव सरकार को भेजा है. 7 अगस्त की कामकाज सलाहगार समिति की बैठक में इस बारे में अंतिम निर्णय होगा.