महाराष्ट्र सरकार गठन: NCP-कांग्रेस-शिवसेना के महागठबंधन का नाम 'महाविकास आघाड़ी'
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 22, 2019 08:29 AM2019-11-22T08:29:37+5:302019-11-22T08:29:37+5:30
आज साझा प्रेस कांफ्रेंस संभावित राकांपा और कांग्रेस के महाराष्ट्र के नेता दिल्ली से मुंबई पहुंच गए हैं। अहमद पटेल, खड़गे और के.सी. वेणुगोपाल भी आज दोपहर मुंबई पहुंचेंगे। वे पहले चुनाव में सहयोगी रहे दलों से बातचीत करेंगे।
महाराष्ट्र में कांग्रेस और राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) ने शिवसेना के साथ सरकार बनाने के फॉर्मूले को अंतिम रूप दे दिया। आज (22 नवंबर) शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से बातचीत के बाद इसकी घोषणा संभव है। इसके साथ ही इस नए महागठबंधन का नामकरण भी किया जाएगा। जिसे 'महाविकास आघाड़ी' के नाम से जाना जाएगा।
बता दें कि आज साझा प्रेस कांफ्रेंस संभावित राकांपा और कांग्रेस के महाराष्ट्र के नेता दिल्ली से मुंबई पहुंच गए हैं। अहमद पटेल, खड़गे और के.सी. वेणुगोपाल भी आज दोपहर मुंबई पहुंचेंगे। वे पहले चुनाव में सहयोगी रहे दलों से बातचीत करेंगे। उसके बाद शिवसेना के नेताओं की बातचीत होगी। सहमति बनने के बाद वे उद्धव ठाकरे से 'मातोश्री' जाकर मिलेंगे। उसके बाद होटल में तीनों दलों की साझा प्रेस कांफ्रेंस करके में सरकार के गठन के फैसले की औपचारिक घोषणा करेंगे।
महाविकास आघाड़ी के नाम से जाना जाएगा महागठबंधन!
यहीं नए राजनीतिक मोर्चे की घोषणा की जाएगी। समझा जाता है कि मोर्चे का नाम 'महाविकास आघाड़ी' रखा जाएगा। आज ही शिवसेना के विधायकों की बैठक 'मातोश्री' पर है। इसका समय अब दो घंटे पहले यानी सुबह 10 बजे कर दिया गया है। राज्यपाल दो दिन की दिल्ली यात्रा पर चूंकि, शनिवार और रविवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी दिल्ली जा रहे हैं। वे वहां राष्ट्रपति भवन में होने वाली परिषद में हिस्सा लेंगे। रविवार शाम वे लौट आएंगे। इसी दिन या अगले दिन सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा।
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा है कि कांग्रेस-राकांपा के बीच सभी मुद्दों पर सहमति बन गई है। दोनों पार्टियां मुंबई में सपा, स्वाभिमानी शेतकरी संगठन जैसे सहयोगी दलों और शिवसेना के साथ बातचीत करेंगी। मुंबई में ही नई सरकार का स्वरूप तय होगा।''
ये नेता बन सकते हैं मंत्री
कांग्रेस ने सरकार में शामिल होने के लिए कुछ नाम तय किए हैं, जिनमें अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण, बालासाहब थोरात, विजय वडेट्टीवार और विश्वजीत कदम शामिल हैं। राकांपा अजित पवार, जयंत पाटिल, धनंजय मुंडे और नवाब मलिक के नाम तय किए हैं। सीएमपी में किसानों का मुद्दा मुख्य न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) के प्रारूप से धर्मनिरपेक्ष शब्द के इस्तेमाल के बजाय यह कहा गया है कि बिना धार्मिक आधार के राज्य सरकार सभी कार्यक्रम और योजनाएं तैयार करेगी।
न्यूनतम साझा कार्यक्रम में सबसे प्रमुख मुद्दा किसानों को दी जाने वाली सहायता राशि है। इसका आधार समेत जैसी तमाम बातों को तीनों दलों के प्रतिनिधि मिलकर तय करेंगे। इसके अलावा सीएमपी में राज्य सरकार के रिक्त पद भरने की मुहिम चलाने का मुद्दा है, जिससे जनता को बेरोजगारी पर अंकुश का संदेश जाए। इसके अलावा राकांपा और कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र के प्रमुख वादे भी सीएमपी में शामिल किया जा रहा है।
कार्यसमिति की मुहर
कांग्रेस-राकांपा की गुरुवार दोपहर हुई बैठक से पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी कार्यसमिति के सदस्यों को शिवसेना-राकांपा के साथ महाराष्ट्र में सरकार बनाए जाने की जानकारी दी। साथ ही न्यूनतम साझा कार्यक्रम के मुख्य मुद्दों को भी रेखांकित किया। कार्यसमिति ने इस पर मुहर लगा दी। कांग्रेस-राकांपा बैठक में वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल, जयराम रमेश और मल्लिकार्जुन खड़गे, राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल, सुप्रिया सुले, अजिा पवार, जयंत पाटिल और नवाब मलिक शामिल हुए। मंत्रालय बंटवारे पर मंथन कांग्रेस-राकांपा की बैठक में विस्तार से चर्चा में मंत्रालयों का बंटवारा मुख्य मुद्दा था।
राकांपा की दलील थी कि पूर्ववर्ती लोकतांत्रिक मोर्चा सरकार में जो मंत्रालय राकांपा के पास थे, वही उसे मिलें। लंबे मंथन के बाद दोनों दल राजी हुए कि महत्वपूर्ण मंत्रालयों का बंटवारा बराबरी के आधार पर किया जाए।