महाराष्ट्रः आदित्य ठाकरे वरली से लड़ेंगे विधानसभा चुनाव! ठाकरे परिवार की पहली चुनावी जंग के लिए शिवसेना ने करवाया सर्वेक्षण
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: May 28, 2019 07:51 AM2019-05-28T07:51:33+5:302019-05-28T07:51:33+5:30
ठाकरे परिवार में आदित्य को चुनाव लड़वाने पर गंभीरता से विचार जारी है. ठाकरे परिवार से करीबी रखनेवाले शिवसेना विधायक ने सर्वे करवाया तो चार निर्वाचन क्षेत्रों (बांद्रा पूर्व, माहिम, शिवड़ी और वरली) के विकल्प आए.
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के पुत्र एवं युवा सेना के मुखिया आदित्य ठाकरे मुंबई के वरली विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो वे ठाकरे खानदान में पहले व्यक्ति होंगे, जो चुनाव लड़ेंगे. आदित्य फिलहाल मुंबई जिला फुटबॉल संगठन के निर्वाचित अध्यक्ष भी हैं. आदित्य का निर्वाचन क्षेत्र तय करवाने के लिए पार्टी ने सर्वेक्षण करवाया था, जिसके बाद वरली पर सहमति बनी है.
युवा सेना के महासचिव वरुण सरदेसाई ने इंस्टाग्राम पर आदित्य के साथ गले मिलते हुए फोटो पोस्ट की और कैप्शन लिखा, 'यही समय, यही अवसर है. लक्ष्य विधानसभा 2019. महाराष्ट्र आपकी प्रतीक्षा कर रहा है.' वरुण आदित्य के मौसेरे भाई हैं.
सूत्रों के मुताबिक ठाकरे परिवार में आदित्य को चुनाव लड़वाने पर गंभीरता से विचार जारी है. ठाकरे परिवार से करीबी रखनेवाले शिवसेना विधायक ने सर्वे करवाया तो चार निर्वाचन क्षेत्रों (बांद्रा पूर्व, माहिम, शिवड़ी और वरली) के विकल्प आए. इन निर्वाचन क्षेत्रों से क्रमश: तृप्ति सावंत, सदा सरवणकर, अजय चौधरी और सुनील शिंदे शिवसेना के विधायक हैं. यूं, आदित्य के लिए वरली और माहिम का विकल्प रखा गया है, पर वरली पहली पसंद बताई जा रही है. यह शिवसेना का गढ़ है.
विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष दत्ताजी नलावड़े ने 1990 से 2004 तक चार बार इस निर्वाचन क्षेत्र से विजय हासिल की. 2009 में राकांपा के सचिन अहीर ने यहां से शिवसेना को हराया, पर 2014 में फिर से शिवसेना के सुनील शिंदे ने यहां जीते.
उपमुख्यमंत्री भी बन सकते हैं वरली में अभिजात्य, मध्यमवर्गीय और चॉलवासियों की मिश्रित आबादी है. शिवसेना नेताओं की राय है कि वरली को आदित्य प्राथमिकता देंगे.
लोकसभा में युति के जबरदस्त प्रदर्शन के चलते शिवसेना को लगता है कि चार माह बाद होनेवाले विधानसभा चुनाव में भी यही प्रदर्शन दोहराया जा सकता है. उस स्थिति में आदित्य को मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण मंत्रालय मिल सकता है. भाजपा का मुख्यमंत्री और शिवसेना का उपमुख्यमंत्री पद का समझौता हुआ तो ठाकरे को यह पद भी मिल सकता है.