महाराष्ट्रः BJP के दो गुटों में जबरदस्त मारपीट, मंत्री महाजन से धक्का-मुक्की और पूर्व MLA को जमकर पीटा
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: April 11, 2019 08:15 AM2019-04-11T08:15:20+5:302019-04-11T08:25:36+5:30
महाराष्ट्र के जलगांव के अमलनेर में बुधवार को शिवसेना-भाजपा की सभा के दौरान भाजपा के दो गुट आपस में भिड़ गए. इस दौरान भाजपा के जिलाध्यक्ष उदय वाघ और उनके समर्थकों ने पूर्व विधायक और भाजपा नेता डॉ बीएस पाटील की जमकर पिटाई की. मारपीट के दौरान ही मंच पर मौजूद सिंचाई मंत्री गिरीश महाजन से भी धक्का-मुक्की की गई.
इस बीच मंच पर अफरा-तफरी मच गई. यहां तक कि पुलिस अधिकारियों से भी धक्का-मुक्की की गई. अमलनेर में बुधवार को भाजपा उम्मीदवार उन्मेष पाटील के प्रचार के लिए सभा आयोजित की गई थी. मंच पर पूर्व विधायक डॉ बीएस पाटील की मौजूदगी को देखते ही भाजपा जिलाध्यक्ष उदय वाघ और उनके समर्थक भड़क गए. वाघ समर्थकों ने पाटील को मंच से उतारने की मांग की. इसे लेकर उदय वाघ और बीएस पाटील में तू-तू मैं-मैं शुरू हो गई और देखते ही देखते मंच पर ही वाघ के समर्थकों ने मारपीट शुरू कर दी.
टिकट कटने से खफा थे वाघ समर्थक
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही जलगांव लोकसभा सीट से भाजपा ने पहले स्मिता वाघ को टिकट दिया, लेकिन ऐन मौके पर स्मिता वाघ का टिकट काटकर उनकी बजाए चालीसगांव के विधायक उन्मेष पाटील को जलगांव लोकसभा सीट से टिकट दे दिया गया. बताया जाता है कि स्मिता वाघ का टिकट काटने में पूर्व विधायक डॉ बीएस पाटील के गुट ने अहम भूमिका निभाई. स्मिता वाघ के पति उदय वाघ भाजपा के जिलाध्यक्ष हैं. डॉ बीएस पाटील ने कई बार भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के समक्ष उदय वाघ की शिकायत की है. स्मिता वाघ को लोकसभा का टिकट मिलने के बाद बीएस पाटील और उनके समर्थकों को आशंका थी कि उदय वाघ का गुट आगे बढ़ जाएगा. इस आशंका के चलते बीएस पाटील ने ऐन मौके पर स्मिता वाघ का टिकट काट दिया. उदय वाघ का यह आरोप है कि बीएस पाटील ने स्मिता वाघ के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की है.
पाटील को देखकर भड़क गए वाघ समर्थक
अमलनेर के प्रताप मिल परिसर में बुधवार की शाम को आयोजित सभा में जब पूर्व विधायक बीएस पाटील मंच की ओर बढ़ रहे थे तो उदय वाघ के समर्थकों ने उनका विरोध किया और उन्हें मंच पर नहीं आने को कहा. इस पर मंत्री गिरीश महाजन ने पाटील को मंच पर आने का आग्रह किया. इससे वाघ समर्थक भड़क उठे. सभा में सहकार राज्यमंत्री गुलाबराव पाटील भी मौजूद थे. सभा शुरू होते हीस्मिता वाघ समर्थकों ने नारेबाजी करते हुए डॉ बीएस पाटील को मंच से उतारने की मांग की, लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तो उन्होंने सीधे मंच पर चढ़कर पाटील की पिटाई शुरू कर दी. मंत्री गिरीश महाजन ने बीच-बचाव करने का प्रयास किया तो उनके साथ भी धक्का-मुक्की की गई. बाद में पुलिस ने किसी तरह पाटील को मंच से उतारा और उन्हें सुरक्षित स्थान तक ले गए. मंच पर यह हंगामा करीब दस मिनट तक चलता रहा. विदित हो कि जलगांव लोकसभा सीट के मौजूदा सांसद एटी पाटील हैं. भाजपा ने उनका टिकट काटकर पहले तो विधायक स्मिता वाघ को टिकट दिया, लेकिन नामांकन-पत्र भरने के बाद उनका टिकट काट दिया गया और जलगांव संसदीय सीट से चालीसगांव के विधायक उन्मेष पाटील को टिकट दे दिया गया. इससे वाघ समर्थकों में नाराजगी है.
डॉ बीएस पाटील से नाराजगी क्यों?
जल संपदा मंत्री गिरीश महाजन का कहना है कि अमलनेर के पूर्व विधायक डॉ बीएस पाटील और भाजपा जिलाध्यक्ष उदय वाघ के बीच शुरुआत से ही विवाद चल रहा है. स्मिता वाघ को टिकट दिए जाने के बाद से ही डॉ बीएस पाटील ने विरोध करना शुरू कर दिया और बगावती तेवर अपनाए. मौजूदा सांसद एटी पाटील का टिकट काटे जाने के बाद पारोला में आयोजित सभा में डॉ बीएस पाटील ने जिलाध्यक्ष उदय वाघ और स्मिता वाघ के खिलाफ बयानबाजी की थी. भाजपा अनुशासित पार्टी है. जो कुछ भी हुआ, वह दुर्भाग्यपूर्ण और गंभीर बात है. जिसने यह सब किया उसे छोड़ा नहीं जाएगा. कार्रवाई जरूर की जाएगी. डॉ बीएस पाटील से जब मारपीट की जा रही थी, तब मैंने बीच-बचाव किया. मेरे साथ किसी भी प्रकार की धक्का-मुक्की अथवा मारपीट नहीं हुई.