महाराष्ट्र विधान सभा में फड़नवीस ने प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति को बताया असंवैधानिक, कहा- "इस संबंध में राज्यपाल को सौपेंगे पत्र"
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 30, 2019 03:08 PM2019-11-30T15:08:35+5:302019-11-30T15:08:35+5:30
देवेंद्र ने सदन को संविधान का पालन करना चाहिए। दरअसल, विपक्षी विधायकों के साथ भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस ने फ्लोर टेस्ट से पहले राज्य विधानसभा का वॉकआउट किया। देवेंद्र फड़नवीस ने सत्र को असंवैधानिक और अवैध बताते हुए कहा कि प्रो-टेम स्पीकर की नियुक्ति भी असंवैधानिक है।
महाराष्ट्र विधान सभा में भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस ने उद्धव सरकार द्वारा नियुक्त प्रोटेम स्पीकर का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि हम राज्यपाल को एक पत्र सौंपने जा रहे हैं, जिसमें उनसे सदन की कार्यवाही स्थगित करने के लिए कहा जाएगा।
BJP leader Devendra Fadnavis: We are going to submit a letter to the Governor asking him to suspend the proceedings of the House, and that the House should follow the Constitution. #Maharashtrahttps://t.co/OJgq74SnVW
— ANI (@ANI) November 30, 2019
इसके अलावा उन्होंने कहा कि सदन को संविधान का पालन करना चाहिए। दरअसल, विपक्षी विधायकों के साथ भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस ने फ्लोर टेस्ट से पहले राज्य विधानसभा का वॉकआउट किया। देवेंद्र फड़नवीस ने सत्र को असंवैधानिक और अवैध बताते हुए कहा कि प्रो-टेम स्पीकर की नियुक्ति भी असंवैधानिक है।
इसके अलावा बता दें कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के विधायक दिलीप वालसे पाटिल को महाराष्ट्र विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर के रूप में नियुक्त किया गया। इस बीच कहा जा रहा है कि उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन सरकार शनिवार को विधानसभा में विश्वास मत का प्रस्ताव पेश कर सकती है।
विधानभवन के सूत्रों ने बताया कि शनिवार को विश्वास मत पेश होने की ‘ज्यादा संभावना’’ है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने ठाकरे से तीन दिसंबर तक बहुमत साबित करने को कहा है। महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस ने महा विकास आघाडी नाम का गठबंधन बनाया है।
Maharashtra: Nationalist Congress Party (NCP) MLA Dilip Walse Patil appointed as Protem Speaker of the state assembly. https://t.co/NMDtCUEo9y">pic.twitter.com/NMDtCUEo9y
— ANI (@ANI) https://twitter.com/ANI/status/1200353106787098625?ref_src=twsrc%5Etfw">November 29, 2019
शिवसेना प्रमुख ठाकरे ने बृहस्पतिवार की शाम में राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसके कुछ घंटे बाद उन्होंने अपनी सरकार की पहली कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता की थी। ठाकरे के साथ ही, छह अन्य मंत्रियों ने शपथ ली थी, जिनमें शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के दो-दो सदस्य शामिल थे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को दोपहर बाद औपचारिक रूप से अपना कार्यभार संभाल लिया। उन्होंने दोपहर 2 बजे के कुछ ही देर बाद मंत्रालय की छठी मंजिल पर स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में गए और अपना कार्यभार संभाला। कार्यालय के बाहर ‘उद्धव बाला साहेब ठाकरे’ नाम की एक प्लेट लगी है।
जब वे मंत्रालय पहुँचे, तो उन्होंने भवन में छत्रपति शिवाजी महाराज की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की। बांद्रा स्थित ठाकरे परिवार के निवास स्थान मातोश्री से मंत्रालय जाने के दौरान, वह रास्ते में दक्षिण मुंबई के हुतात्मा चौक पर रुके और शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
शिवसेना अध्यक्ष ठाकरे ने गुरुवार की शाम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्होंने रात में पहली कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता की। ठाकरे शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के गठबंधन ‘महा विकास अघाडी’ की सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। ठाकरे के अलावा छह अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली, जिनमें शिवसेना, कांग्रेस और रांकापा के दो-दो नेता शामिल हैं।