CAA पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा- विचारयुद्ध जीतकर भारतमाता के दूध की लाज रखना है
By धीरेंद्र जैन | Published: December 27, 2019 05:55 AM2019-12-27T05:55:38+5:302019-12-27T05:55:38+5:30
शिवराज सिंह चौहान ने यह बात आज राजधानी भोपाल में प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित कोर ग्रुप की बैठक को संबोधित करते हुए कही. बैठक में भाजपा द्वारा चलाए जाने वाले जनजागरण अभियान की रणनीति बनाई गई.
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून एक विचारयुद्ध है. हमें इस युद्ध को जीतकर भारत माता के दूध की लाज रखनी है.
शिवराज सिंह चौहान ने यह बात आज राजधानी भोपाल में प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित कोर ग्रुप की बैठक को संबोधित करते हुए कही. बैठक में भाजपा द्वारा चलाए जाने वाले जनजागरण अभियान की रणनीति बनाई गई.
बैठक को संबोधित करते हुए चौहान ने कहा कि हमें जनता के बीच जाकर यह बताना होगा कि नागरिकता संशोधन कानून की पृष्ठभूमि क्या है? जिन्ना की मांग पर देश का विभाजन हुआ, लेकिन इसमें सिर्फ धरती के ही टुकड़े नहीं हुए, बल्कि इंसानियत की भी हत्या हुई.
पाकिस्तान से आने वाली ट्रेनें अल्पसंख्यक हिंदुओं, सिखों और अन्य लोगों की लाशों से पटी हुई आती थीं. अपहरण, लूट, हत्याएं, बलात्कार और अमानवीय अत्याचार हुए. इसके बाद नेहरू-लियाकत समझौता हुआ, जिसमें अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की बात हुई.
भारत ने तो अपना वादा निभाया, लेकिन पाकिस्तान में जो हिंदू, सिख अल्पसंख्यक उस समय 22 प्रतिशत थे, अब घटकर 2 प्रतिशत से भी कम रह गए हैं. कहां गए बाकी लोग? उन्होंने कहा कि इनमें से लाखों लोगों का डरा-धमकाकर धर्मांतरण करा दिया गया, लाखों लोगों को मार डाला गया और कुछ भारत आ गए, क्योंकि उनके लिए भारत ही इकलौता सहारा था.
चौहान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने तय किया है कि हम इन शरणार्थियों को जीने का हक देंगे और इसी के लिए नागरिकता संशोधन कानून बनाया गया है. उन्होंने कहा कि हमें जनता के बीच जाकर उन्हें ये सच्चाई बताना है. चौहान ने कहा कि जनजागरण अभियान का एक महीना वैचारिक युद्ध का महीना है और हमें इस युद्ध को जीतकर भारतमाता के दूध की लाज रखना है.
विरोध करने वाले देशभक्त नहीं : गोपाल भार्गव
बैठक को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों को यह बताएं कि हमारे लिए संविधान सबसे ऊपर है. इसमें संशोधन का अधिकार संसद को ही है. संसद ने ही नागरिकता संशोधन कानून बनाया है, यानी देश की जनता ने ही यह कानून बनाया है. ऐसे में जो लोग इस कानून का विरोध कर रहे हैं, वे देशभक्त नहीं हो सकते. उन्होंने कहा कि भारत एक उदार देश है और हमारी संस्कृति उदारता की रही है. बात चाहे तिब्बतियों की हो, या बांग्लादेशियों की हमने सहारा दिया है, भले ही इसके लिए हमें युद्ध लड़ना पड़ा हो. उन्होंने कहा कि भारत बेसहारों को सहारा देने वाला देश है, लेकिन सिर्फ प्रताड़ितों के लिए, यहां आकर आतंक फैलाने वालों के लिए नहीं.