लोकसभा चुनाव 2019: बहिष्कार और उत्साह के बीच हुआ मतदान, बुर्जगों, दिव्यांगों ने दिखाया युवाओं सा जोश
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: May 6, 2019 08:13 PM2019-05-06T20:13:14+5:302019-05-06T20:13:14+5:30
राज्य में सात संसदीय क्षेत्रों के 55 विधानसभा क्षेत्रों मे सुबह 7 बजे से मतदान शुरु हुआ, शुरुआती दौर से ही मतदाताओं का उत्साह नजर आया. सभी संसदीय क्षेत्रों में युवाओं के अलावा बुजुर्गों में भी उत्साह दिखाया और मतदान केन्द्र पहुंचकर मतदान किया. कई मतदान केन्द्रों पर दिव्यांगों का उत्साह भी देखते बना.
मध्यप्रदेश में आज जिन सात संसदीय क्षेत्रों में मतदान हुआ वहां पर युवाओं, बुजुर्गों में उत्साह नजर आया, तो ग्रामीणों ने अपनी मांगों को लेकर बहिष्कार भी किया. कुछ स्थानों पर टकराव की स्थिति भी बनी, मगर प्रशासन ने समय रहते उसे दूर कर दिया.
राज्य में सात संसदीय क्षेत्रों के 55 विधानसभा क्षेत्रों मे सुबह 7 बजे से मतदान शुरु हुआ, शुरुआती दौर से ही मतदाताओं का उत्साह नजर आया. सभी संसदीय क्षेत्रों में युवाओं के अलावा बुजुर्गों में भी उत्साह दिखाया और मतदान केन्द्र पहुंचकर मतदान किया. कई मतदान केन्द्रों पर दिव्यांगों का उत्साह भी देखते बना. होशंगाबाद संसदीय क्षेत्र के नरसिंहपुर जिले के दिव्यांग आईकान सुशीलचंद्र गुप्ता ने ब्रेल लिपि की सहायता से मतदान किया.
उन्होंने होशंगाबाद संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत विधानसभा क्षेत्र नरसिंहपुर के तहत शासकीय प्राथमिक शाला भटिया टोला में महारानी लक्ष्मी बाई वार्ड नरसिंहपुर के लिए बनाये गये मतदान केन्द्र में अपना वोट डाला. गुप्ता ने मतदान करने में किसी की सहायता नहीं ली. उनके साथ उनकी धर्मपत्नी नीलू गुप्ता ने भी मतदान किया. उनकी पत्नी भी अस्थिबाधित दिव्यांग मतदाता हैं. वहीं इसी संसदीय क्षेत्र के करेली ब्लाक के ग्राम हर्दग्राम में रहने वाली दोनों हाथ से विकलांग निधि गुप्ता ने भी मतदान केन्द्र पहुंचकर मतदान किया. उनके पैर के अंगूठे में स्याही लगाई गई और उन्होंने पैर के अंगूठे से ही ईव्हीएम दबाकर मतदान किया.
वहीं कई ग्रामों में जनसमस्याओं को लेकर मतदान के बहिष्कार भी बातें भी सामने आई, जिसे लेकर अधिकारियों ने सक्रियता दिखाई और ग्रामीणों को मनाकर मतदान कराया. चित्रकूट विधानसभा के डकैत प्रभावित क्षेत्र उड़ेली गांव के लोगों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया, ये सभी गांव से 15-20 किलोमीटर दूर पड़री गांव में मतदान केंद्र बनाए जाने से नाराज थे.
इसके अलावा होशंगाबाद में अंडरब्रिज न बनने से नाराज ग्रामीणों ने किया मतदान का बहिष्कार. वहीं इटारसी के सोमलवाड़ा में मतदान का बहिष्कार किया था. बाद में प्रशासनिक अधिकारियों ने वहां पहुंचकर ग्रामीणों को मतदान करने के लिए मना लिया.
प्रहलाद पटेल ने पोलिंग एजेंट के अपहरण का लगाया आरोप
मध्यप्रदेश के दमोह संसदीय क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी प्रहलाद पटेल ने पुलिस पर पोलिंग एजेंट के अपहरण का आरोप लगाया है. उन्होंने तेंदूखेड़ा पुलिस पर अपहरण का आरोप लगाते हुए कहा कि तेंदूखेड़ा एसडीओपी ने पोलिंग एजेंट का अपहरण कराया है. इससे पहले कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी और वाहन जब्ती पर प्रहलाद पटेल सुबह-सुबह तेंदूखेड़ा पुलिस थाने पहुंचे थे. उन्होंने पुलिस पर बेवजह भाजपा कार्यकर्ताओं को परेशान करने का आरोप लगाते हुए पुलिस अधिकारियों को खरी खोटी सुनाई थी. पटेल ने पुलिस पर कांग्रेस के पक्ष में काम करने का भी आरोप लगाया था. इस दौरान प्रहलाद पटेल के साथ जबेरा से भाजपा विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी भी मौजूद थे.
पूर्व मंत्री की कांग्रेस कार्यकर्ता के साथ हुई बहस
बैतूल संसदीय क्षेत्र के हरसूद विधानसभा क्षेत्र में आशापुर में मतदान करने के बाद पूर्व मंत्री और हरसूद विधायक विजय शाह की कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बहस हो गई. विजय शाह के साथ मतदान करने पहुंची उनकी पत्नी पूर्व महापौर भावना शाह ने बीच बचाव कर मामले को शांत कराया. शाह के जाने के बाद भी कांग्रेस कार्यकर्ता और भाजपा कार्यकर्ताओं में जमकर विवाद हुआ. इस बीच खंडवा से स्पेशल फोर्स को आशापुर मतदान केंद्रों पर तैनात किया गया. कांग्रेस नेता वसंत पवार ने आरोप लगाया कि पूर्व मंत्री ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी है.