बीमार बच्ची के रोने से नींद में खलल पर शौहर ने दिया तीन तलाक, फिर घर से बाहर निकाला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 22, 2019 01:20 AM2019-08-22T01:20:00+5:302019-08-22T01:20:00+5:30
बड़वानी के पुलिस अधीक्षक डी.आर. टेनीवार ने बताया कि चूंकि महिला के आरोपों से जुड़ा तमाम घटनाक्रम इंदौर का है. इसलिए हमने उसकी शिकायत को जांच के लिए इंदौर पुलिस को भेज दिया है.
मध्यप्रदेश में 21 वर्षीय महिला ने यह आरोप लगाते हुए पुलिस का दरवाजा खटखटाया है कि उसकी एक साल की बीमार बच्ची के देर रात रोने से नींद में खलल पड़ने पर शौहर ने उसे तीन तलाक देकर घर से बाहर निकाल दिया है.
बड़वानी जिले के सेंधवा कस्बे में मायके में रह रही उज्मा अंसारी (21) ने अपने इंदौर निवासी पति अकबर और ससुराल वालों के खिलाफ इस आशय की शिकायत पुलिस में की है. उज्मा और अकबर (25) की शादी दो साल पहले हुई थी.
विवाहिता ने सेंधवा के पुलिस थाने में दर्ज शिकायत में कहा कि मेरी बच्ची की तबीयत चार अगस्त को ठीक नहीं थी. वह रात में उठकर रोने लगी. इससे मेरे पति की नींद खुल गई. वह मुझे बच्ची को मार डालने को कहने लगे. इस बात पर हम दोनों की बहस सुनकर मेरे ससुर और जेठ हमारे कमरे में आ गए. फिर इन सभी ने मेरे साथ मारपीट की तथा मेरी बेटी को पलंग से नीचे फेंक दिया.
शिकायत में कहा गया कि मेरे पति ने इन सबकी उपस्थिति में तीन बार तलाक बोल दिया और मेरी मां को फोन कर कहा कि वह मुझे ले जाएं. मुझे और मेरी बच्ची को घर से बाहर निकाल दिया गया. 21 वर्षीय महिला ने शिकायत में अपने पति और ससुराल वालों पर दहेज प्रताड़ना और बेटी पैदा होने पर मारपीट करने के आरोप भी लगाए हैं.
बड़वानी के पुलिस अधीक्षक डी.आर. टेनीवार ने बताया कि चूंकि महिला के आरोपों से जुड़ा तमाम घटनाक्रम इंदौर का है. इसलिए हमने उसकी शिकायत को जांच के लिए इंदौर पुलिस को भेज दिया है. उधर, इंदौर के रावजी बाजार पुलिस थाने के प्रभारी सुनील गुप्ता ने कहा कि महिला की शिकायत हालांकि हमारे पास अब तक नहीं पहुंची है. लेकिन हम उससे संपर्क कर मामले की वस्तुस्थिति जांचेंगे. इसके आधार पर उचित कदम उठाएंगे.