पूर्व सीएम शिवराज का कानून व्यवस्था पर मुख्यमंत्री कमलनाथ पर हमला, कहा- मेरा मध्यप्रदेश ऐसा नहीं था!
By राजेंद्र पाराशर | Published: August 18, 2019 08:28 PM2019-08-18T20:28:51+5:302019-08-18T20:28:51+5:30
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज रविवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ पर प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर हमला बोला है. उन्होंने प्रदेश में मासूमों के लगातार हो रहे अपहरण और आरोपियों के न पकड़े जाने पर सवाल खड़े किए हैं.
मध्यप्रदेश के सतना जिले में बालक के अपहरण के बाद उसकी हत्या को लेकर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री कमलनाथ पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि मेरा मध्यप्रदेश तो ऐसा नहीं था! आपने प्रदेश को बर्बाद कर दिया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था कहीं भी नहीं है.
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज रविवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ पर प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर हमला बोला है. उन्होंने प्रदेश में मासूमों के लगातार हो रहे अपहरण और आरोपियों के न पकड़े जाने पर सवाल खड़े किए हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री ने सतना जिले के चोरहटा गांव में बालक विकास प्रजापति पिता अमित प्रजापति के अपहरण के बाद हत्या की घटना को लेकर ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री पर यह हमला बोला है. चौहान ने ट्वीट करते हुए कहा कि सतना में मासूम की अपहरण बाद हत्या की घटना हृदय विदारक है. आत्मा हिल गई.
पहले भी सतना में दो मासूम भाइयों की अपहरण के बाद हत्या हुई थी, लेकिन सरकार उसके बाद भी नहीं चेती. प्रदेश में कानून-व्यवस्था कहीं नहीं है. सरकार अब तो आंखें खोलो. कितने माता-पिता के बच्चे ऐसे छिनते रहेंगे? एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि क्या आमजन, क्या पत्रकार, क्या पुलिस! सब डरे हुए हैं. अपराधी खुलकर खेल रहे हैं. इंदौर में पत्रकार को चाकू के दम पर लूट लिया गया. चारों तरफ हाहाकार मचा है. अपराधियों में कानून का जरा भी भय नहीं रह गया है. कमलनाथ, मेरा मध्यप्रदेश ऐसा तो नहीं था! आपने प्रदेश को बर्बाद कर दिया.
यह है घटना
उल्लेखनीय है कि अपहरणकर्ताओं ने शुक्रवार को बच्चे को स्कूल से लौटते समय अपहरण कर लिया था. उक्त मामले का खुलासा उस समय हुआ, जब अपहरणकर्ताओं ने बच्चे के पिता को फोन कर 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी. इसके बाद आरोपियों की तलाश शुरू हुई और एक को गिरफ्तार कर लिया गया, उसकी निशानदेही पर बंशीपुर गांव के एक कुएं से बच्चे का शव बरामद किया गया. एक किडनैपर अब भी फरार है, पुलिस इसकी तलाश कर रही है. चित्रकूट के बाद फिर अपहरण और हत्या की वारदात से क्षेत्र आक्रोश का माहौल है.
आंखों की रोशनी जाने की घटना प्रशासन की बड़ी चूक
इंदौर में आंख के आपरेशन के बाद 11 लोगों की आंखों की रोशनी चले जाने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 5 दिनों तक घटना को छुपा कर रखना शासन-प्रशासन की बड़ी चूक है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि इंदौर सीएमएचओ ने 5 दिनों तक आला अधिकारियों से इस मामले को छुपा कर रखा! अस्पताल प्रबंधन के साथ ही शासन-प्रशासन की तरफ से भी यह बहुत बड़ी चूक है.
राज्य सरकार से अनुरोध है कि सभी पीड़ितों को उचित सहायता राशि व प्रतिमाह रुपए 12 हजार पेंशन दी जाए जिससे उनका जीवन सुखमय व्यतीत हो सके. इंदौर में जिन 11 नागरिकों का जीवन डाक्टर्स की लापरवाही के कारण अंधकारमय हो गया, उन्हें मात्र 50 हजार रुपए की सहायता राशि देकर क्या कमलनाथ सरकार कोई उपकार कर रही है? उन्होंने कहा कि उस व्यक्ति की मानसिक अवस्था के बारे में तो सोचें जिसके साथ इतनी बड़ी त्रासदी गैर जिम्मेदाराना रवैए के चलते हुई!