महाआलसी लोगों को भी मिल सकती है ये 5 नौकरियां, सैलेरी में मिलती है मोटी रकम
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 10, 2018 04:05 PM2018-11-10T16:05:29+5:302018-11-10T16:06:40+5:30
यह कुछ ऐसी खास किस्म की नौकरियां हैं जिनमें काम के दौरान आपको बैठना या कुछ दिमागी मेहनत करनी होती है।
नौकरी के लिए हार्ड-वर्किंग होना जरूरी ही है, अब ऐसा नहीं है। समय और तकनीकी के विकास के साथ कॅरियर के कई ऐसे ऑप्शन मौजूद हैं, जिनमें महाआलसी लोगों को भी नौकरी मिल सकती है। खास बात यह है कि ये नौकरियां कोई दोयम दर्जे की या फिर कम पैसों वाली नहीं हैं। भले इसमें शारीरिक श्रम न के बराबर है, लेकिन इनमें आपको एक जगह पर बैठे-बैठे ही दिमाग चलाना होता है। इसके लिए कमाई मोटी होती है।
वीडियो गेम एंड्रॉयड गेम टेस्टर
जब से हर हाथ में मोबाइल फोन आया है, लोगों का अच्छा-खासा समय में गेम खेलने में निकल रहा है। ऐसे में लोगों को नये-नये गेम्स अगर रोचक और आसान तरीके से मिल जाएं तो उसे खेलने में पीछे नहीं हटते। ऐसे में वीडियो गेम बनानी वाली कंपनियां अपने यहां उन गेम्स को टेस्ट करने के लिए लोगों को नियुक्ति करती हैं। इसमें भी अच्छी सैलरी होती है और शारीरिक श्रम बस कंप्यूटर या मोबाइल पर बैठकर दिनभर गेम खेलना होता है।
लाइब्रेरियन
इन दिनों आंकड़ों के संग्रह और लाइब्रेरी को बचाने को लेकर मुहिम चली हुई है। साथ ही डिजिटल लाइब्रेरी बनाने का नया चलन भी शुरू हो चुका है। ऐसे में लाइब्रेरियन को लेकर कई यूनिवर्सिर्टियों में विशेष कोर्सेस भी शुरू किए जा चुके हैं। यह एक बड़े कॅरियर ऑप्शन के तौर पर तैयार हो रहा है। जबकि इसमें शारीरिक मेहनत ना के बराबर होती है।
रेडियो जॉकी
अगर आपको बोलने में महारत है तो किसी भी विषय पर यहां-वहां बेमतलब लेक्चर देने के बजाए किसी एफएम चैनल या कई अन्य माध्यमों में रेडियो जॉकी बनने की तरफ बढ़ जाएं। कई बार रेडियो चैनल किसी इंस्टीस्ट्यूट से लोगों की भर्तियां करते हैं तो कई बार सीधे लोगों का ऑडिशन लेकर। इस जॉब में भी शारीरिक श्रम बेहद कम है।
अंग्रेजी के टीचर
यह जॉब महज भारत में ही नहीं बल्कि अंग्रेजी बोले जाने वाले यूरोपीय व कुछ अमेरिकी देशों को छोड़ दें तो सभी विकासशील देशों में इस नौकरी की अभी मांग है। बीबीसी की एक खबर के मुताबिक चीन में इस वक्त इस जॉब का बहुत क्रेज है और इसको करने वाले ज्यादातर लोग आलसी हैं।
कंप्यूटर प्रोग्रामर
जैसे-जैसे लोगों की निर्भरता फोन, कंप्यूटर आदि पर बढ़ती जाएगी, वैसे-वैसे नित नई तकनीक और स्मार्ट कंप्यूटर आदि की जरूरत पड़ेगी। इसलिए यह जॉब आप्शन अभी ऊफान पर ही रहेगा। आज भी ऐसे कम ही लोग मिलेंगे जो कंप्यूटर प्रोग्रामिंग करते हो और बेरोजगार हों। यह काम पूरी तरह से एक जगह पर बैठकर करने वाला होता है।