भारत में फेसबुक 50 लाख लोगों को देगा ट्रेनिंग, डिजिटल स्किल से बढ़ेगा व्यापार और रोजगार
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 25, 2018 08:39 PM2018-11-25T20:39:42+5:302018-11-25T20:39:42+5:30
सोशल मीडिया के सबसे बड़े प्लेटफार्म फेसबुक ने कहा है कि उसका उद्देश्य 2021 तक 50 लाख लोगों को डिजिटल माध्यमों के इस्तेमाल का प्रशिक्षण देने का लक्ष्य है। भारत को एक प्रमुख बाजार मानने वाली अमेरिकी कंपनी विभिन्न पहलों के जरिए पहले ही दस लाख लोगों को प्रशिक्षण दे चुकी है।
भारत में छोटे व्यापारों को ग्लोबल इकॉनमी से जोड़ने के लिए फेसबुक भारत में अगले तीन सालों के भीतर 50 लाख लोगों को डिजिटल स्किल ट्रेनिंग देने की योजना बना रहा है। डिजिटल मार्केटिंग और ऑनलाइन सेफ्टी का ट्रेनिंग 14 भाषाओं में दिया जायेगा ताकि गाँव और छोटे शहरों के व्यापारियों तक पहुंचा जा सके। फेसबुक ने जानकारी दी है कि इस कार्यक्रम को भारत के सभी 29 राज्यों में आयोजित किया जायेगा।
सोशल मीडिया के सबसे बड़े प्लेटफार्म फेसबुक ने कहा है कि उसका उद्देश्य 2021 तक 50 लाख लोगों को डिजिटल माध्यमों के इस्तेमाल का प्रशिक्षण देने का लक्ष्य है। कंपनी अपने कारोबार के विस्तार और वैश्विक बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने के उद्देश्य से यह कदम उठाएगी। इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में 'इन्स्ताग्राम' इस्तेमाल करने के व्यायसायिक पहलूओं को भी बताया जायेगा।
भारत को एक प्रमुख बाजार मानने वाली अमेरिकी कंपनी विभिन्न पहलों के जरिए पहले ही दस लाख लोगों को प्रशिक्षण दे चुकी है। भारत, दक्षिण और मध्य एशिया के लिए फेसबुक की सार्वजनिक नीति मामलों की निदेशक अंखी दास ने संवाददाताओं से यहां कहा, 'फेसबुक छोटे कारोबारियों की वैश्विक अर्थव्यवस्था तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और लोगों से संपर्क स्थापित करने के लिए हम विभिन्न संगठनों के साथ करार कर रहे हैं। हम 2021 तक 50 लाख और लोगों को डिजिटल कौशल और वैश्विक बाजार के बारे में प्रशिक्षण देने के लिए प्रतिबद्ध हैं'।
उन्होंने कहा कि फेसबुक दस कार्यक्रमों के जरिए पहले ही 150 शहरों और 48,000 गांवों में 50 साझीदारों के साथ मिलकर दस लाख लोगों को प्रशिक्षित कर चुका है। दास ने कहा, 'फेसबुक में हम चाहते हैं कि भारत में प्रत्येक व्यक्ति को हर जगह एक दूसरे से जुड़े होने का एहसास हो। जो भी फेसबुक अथवा इंस्टाग्राम का इस्तेमाल करता है, हमारा मकसद है कि इससे स्थानीय उद्यमियों को फायदा पहुंचे। उनका डिजिटल कौशल बढ़े ताकि उनका कारोबार और बढ़ सके'।