दिल के दौरे से हुई थी जफर हुसैन की मौत, स्वच्छ भारत मिशन की टीम पर था हत्या का आराेप
By भारती द्विवेदी | Published: September 11, 2018 12:09 PM2018-09-11T12:09:59+5:302018-09-11T12:18:39+5:30
हुसैन के भाई नूर मोहम्मद का कहना है कि पुलिस आरोपी का बचाव कर रही थी। हमें आशा थी कि पुलिस मामले की सही जांच करेगी। लेकिन अंतिम रिपोर्ट से स्पष्ट है, उन्होंने आरोपियों को बचाया है।
नई दिल्ली, 11 सितंबर: 16 जून 2017 को राजस्थान के प्रतापगढ़ में स्वच्छ भारत के अफसरों के साथ मारपीट में जफर हुसैन नाम के एक शख्स की मौत हो गई थी। उस समय 53 साल के जफर की मौत का मुद्दा देशभर में उठा था। अब उस मामले में प्रतापगढ़ पुलिस ने स्थानीय अदालत में रिपोर्ट जमा की है। स्थानीय अदालत में अपनी अंतिम रिपोर्ट में पुलिस ने कहा कि जांच में यह निष्कर्ष निकला है कि हुसैन की मौत दिल का दौरा पड़ने की वजह से हुई थी। इसकी वजह से केस में नामजद चारों स्वच्छ भारत मिशन की टीम पर कोई चार्ज नहीं बनता है।
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए मामले की छानबीन कर रहे पुलिस अधिकारी बाबूलाल मुररिया ने कहा है कि हमने जांच की पूरी रिपोर्ट स्थानीय अदालत में जमा कर दी है। जांच के दौरान हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि हुसैन की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी।
हुसैन के भाई नूर मोहम्मद का कहना है कि पुलिस आरोपी का बचाव कर रही थी। हमें आशा थी कि पुलिस मामले की सही जांच करेगी। लेकिन अंतिम रिपोर्ट से स्पष्ट है, उन्होंने आरोपियो को बचाया है। मेरे भाई की हत्या कर दी गई थी और हम न्याय के लिए अदालत जाएंगे। हम न्याय चाहते हैं।
वहीं नगर परिषद आयुक्त अशोक जैन ने कहा है कि हुसैन ने हमारे साथ दुर्व्यवहार किया था। यह एक पूरी तरह आधारहीन आरोप है कि स्वच्छ भारत मिशन की टीम ने उन पर हमला किया था। वो वहां से सही हालत में घर गया था। हमें बाद में उसकी मौत के बारे में पता चला। यहांं तक कि हुसैन के जाने के बाद भी हमने स्थानीय लोगों को स्वच्छता से संबंधित मुद्दों के बारे में सलाह दी थी।
जानिए जफर हुसैन का पूरा मामला
गौरतलब है कि ये मामला 16 जून 2017 का है। राजस्थान के प्रतापगढ़ शहर के कच्ची बस्ती में नगर परिषद की स्वच्छ भारत मिशन टीम राउंड पर थी। आरोप के मुताबिक उस दौरान स्वच्छ भारत मिशन टीम ने खुले में शौच कर रही महिलाओं की फोटो खींची। इस बात को लेकर समाजसेवी जफर हुसैन और स्वच्छ भारत मिशन टीम के बीच कहासुनी और मारपीट हुई थी।
स्वच्छ भारत मिशन की टीम की पिटाई की वजह से जफर बुरी तरह जख्मी हो गए थे। उन्होंने अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। जफर हुसैन की मौत के बाद उनके भाई ने चार सितंबर को नगर परिषद आयुक्त अशोक जैन समेत पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। वही स्वच्छ भारत मिशन की टीम ने जफर हुसैन के खिलाफ काम में रुकावट डालने का मामला दर्ज कराया था।