हेलीकॉप्टर वार का अखिलेश यादव बने ताजा शिकार, योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रयागराज में उतरने की नहीं दी इजाजत
By धीरज पाल | Published: February 12, 2019 01:45 PM2019-02-12T13:45:11+5:302019-02-12T13:45:11+5:30
इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हेलीकॉप्टर को पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार ने उतरने की अनुमति नहीं दिया था।
प्रयागराज आ रहे यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को लखनऊ एयपोर्ट पर रोक दिया गया। दरअसल, अखिलेश यादवइलाहाबाद विश्वविद्यालय एक कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे थे। लेकिन योगी सरकार ने प्रयागराज में हेलीकॉप्टर उतारतने की इजजात नहीं दी और उन्हें लखनऊ एयरपोर्ट पर हेलीकॉप्टर पर चढ़ने से रोक दिया गया। अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि एक छात्र नेता के शपथ ग्रहण कार्यक्रम से सरकार इतनी डर रही है कि मुझे लखनऊ हवाई-अड्डे पर रोका जा रहा है!
उन्होंने कहा कि बिना किसी लिखित आदेश के मुझे एयरपोर्ट पर रोका गया। पूछने पर भी स्थिति साफ करने में अधिकारी विफल रहे। छात्र संघ कार्यक्रम में जाने से रोकना का एक मात्र मकसद युवाओं के बीच समाजवादी विचारों और आवाज को दबाना है।
एक छात्र नेता के शपथ ग्रहण कार्यक्रम से सरकार इतनी डर रही है कि मुझे लखनऊ हवाई-अड्डे पर रोका जा रहा है! pic.twitter.com/eaNrUQX1SX
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 12, 2019
अखिलेश यादव ट्वीट किया है, 'सरकार छात्र नेताओं के शपथ समारोह में मेरे जाने से डर गयी। इसलिये मुझे इलाहबाद जाने से रोकने के लिये हवाई अड्डे पर रोक दिया गया।' उन्होंने टि्वटर पर हवाईअड्डे से एक तस्वीर भी पोस्ट की है जिसमें वह पुलिस अधिकारियों से बात करते दिख रहे हैं। अखिलेश को रोके जाने से एयरपोर्ट पर पुलिस, प्रशासन और उनके बीच नोक-झोंक हुई। अखिलेश यादव ने इस पर ट्वीट कर विरोध दर्ज किया। उन्होंने कहा कि उन्हें इलाहाबाद यूनिवर्सिटी जाने से रोका जा रहा है।
पश्चिम बंगाल में सीएम योगी हेलीकॉप्टर का वार हुए सरकार
इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हेलीकॉप्टर को पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार ने उतरने की अनुमति नहीं दिया था। भाजपा के राज्य अध्यक्ष दिलीप घोष के साथ दक्षिण दिनाजपुर जिले के बालुरघाट और उत्तरी दिनाजपुर जिले के रायगंज में ‘गणतंत्र बचाओ रैली’ को संबोधित करने वाले थे। वहीं, योगी ने मंगलवार को
योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव से लिए बदला!
इससे पहले साल 2015 में अखिलेश यादव की सरकार ने योगी आदित्यनाथ को इलाहाबाद विश्वविद्यालय में प्रवेश की अनुमति नहीं दी थी। उन्हें बनारस में ही रोक दिया था। इस दौरान किसी ने शांति व्यवस्था दखल देने की कोशिश की तो कड़ी कार्रवाई होगी।