योगी जी मठ चला सकते हैं, यूपी चलाना इनके बस का नहीं है: उदित राज
By अनुराग आनंद | Published: October 13, 2020 05:27 PM2020-10-13T17:27:51+5:302020-10-13T17:27:51+5:30
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ के कुर्सी पर रहते दलित उत्पीड़न नही थमेगा।
नई दिल्ली:उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित समुदाय की लड़की के साथ हुए सामूहिक बलात्कार और हत्या के खिलाफ लगातार हो रहे विरोध के बीच कांग्रेस नेता व पूर्व सांसद उदित राज ने सीएम योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा मांगा है। कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद उदित राज ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद से योगी आदित्यनाथ को हटाने का आग्रह किया है।
पूर्व सांसद उदित राज ने कहा कि मोदी जी योगी जी को हटाओ। योगी जी मठ चला सकते हैं उप्र बड़े राज्य को नही। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ के कुर्सी पर रहते दलित उत्पीड़न नही थमेगा। बता दें कि इससे पहले योगी आदित्यनाथ भाजपा सांसद होने के साथ ही साथ गोरखपुर धाम मठ के संचालक भी थे। इस समय भी गोरखधाम पीठ के मुखिया हैं।
मोदी जी योगी जी को हटाओ । योगी जी मठ चला सकते हैं उप्र बड़े राज्य को नही।इनके रहते दलित उत्पीड़न नही थमेगा।@INCIndia
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) October 13, 2020
उत्तर प्रदेश में हाल के घटनाओं का जिक्र करते हुए उदित राज ने कहा कि प्रदेश में जो आपराधिक गतिविधियां हो रही हैं, वे क्यों हो रही हैं? केवल दलित ही इन अत्याचारों के अधीन क्यों हैं? मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से योगी आदित्यनाथ को हटाने का अनुरोध करना चाहूंगा।
बता दें कि शनिवार को हाथरस केस को लेकर इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ में सुनवाई हुई। अपर महाधिवक्ता वीके शाही ने कहा कि अगली सुनवाई के लिए दो नवंबर की तारीख नियत की है।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ में हाथरस मामले की सुनवाई के दौरान पीड़िता के परिजन अदालत के समक्ष उपस्थित हुए। इस बीच खबर है कि हाथरस मामले में SC 15 अक्टूबर को सुनवाई करेगा। यूपी सरकार का अतिरिक्त हलफनामा काम नहीं आया।
हाथरस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के समक्ष यूपी सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले अतिरिक्त महाधिवक्ता वी.के. शाही ने कहा कि कोर्ट ने पीड़ित परिवार के लोगों से पूछताछ की है। हमारे उच्च अधिकारियों से भी कोर्ट ने पूछताछ की है। मामला अभी विचाराधीन है। मामले में अगली तारीख 2नवंबर है।
हाथरस पीड़ित परिवार की वकील सीमा कुशवाहा ने कहा कि पीड़ित परिवार ने मांग की है कि सीबीआई की रिपोर्ट को गोपनीय रखा जाए। हमारी दूसरी मांग थी कि मामला यूपी से बाहर ट्रांसफर किया जाए और तीसरी मांग यह है कि मामला जब तक पूरी तरह से खत्म नहीं होता तब तक परिवार को सुरक्षा प्रदान किया जाए।