यमुनोत्री धाम के कपाट 26 अप्रैल की दोपहर में खुलेंगे, लॉकडाउनः इस साल भगवान लिंगराज की रुकुना रथ यात्रा नहीं होगी
By भाषा | Published: March 30, 2020 08:29 PM2020-03-30T20:29:17+5:302020-03-30T20:29:17+5:30
यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहित कृतेस्वर उनियाल ने बताया कि मंदिर के कपाट 26 अप्रैल को कर्क लग्न में अभिजीत मुहूर्त पर दोपहर 12 बजकर 41 मिनट पर खोले जाएंगे। छब्बीस अप्रैल को ही उत्तरकाशी जिले में स्थित एक अन्य धाम गंगोत्री के कपाट भी खुलेंगे।
उत्तरकाशीः उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित यमुनोत्री मंदिर के कपाट छह माह के शीतकालीन अवकाश के बाद इस वर्ष 26 अप्रैल को दोपहर 12 बजकर 41 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये जायेंगे। सोमवार को यमुना जयंती के मौके पर मां यमुना के मायके खरसाली गांव में यमुनोत्री धाम के कपाट खोलने का मुहूर्त तय किया गया।
यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहित कृतेस्वर उनियाल ने बताया कि मंदिर के कपाट 26 अप्रैल को कर्क लग्न में अभिजीत मुहूर्त पर दोपहर 12 बजकर 41 मिनट पर खोले जाएंगे। छब्बीस अप्रैल को ही उत्तरकाशी जिले में स्थित एक अन्य धाम गंगोत्री के कपाट भी खुलेंगे। गंगोत्री मंदिर के कपाट यमुनोत्री धाम से छह मिनट पहले दोपहर 12 बजकर 35 मिनट पर खुलेंगे। इन दोनों मंदिरों के कपाट खुलने के साथ ही इस साल की चार धाम यात्रा की शुरुआत हो जाएगी।
कोरोना वायरस के मद्देनजर देशभर में 21 दिन के लॉकडाउन (बंद) की वजह से भुवनेश्वर में इस साल भगवान लिंगराज की रुकुना रथ यात्रा नहीं निकलेगी। इस वर्ष नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड के दौरान ओडिशा की झांकी में रुकुना रथ की एक लघु प्रतिकृति दिखाई गई थी।
खुरदा के जिला कलेक्टर एस के राउत ने पीटीआई भाषा से कहा, “हमने मंदिर के अधिकारियों के सूचित किया है कि इस साल रुकुना रथ यात्रा निकालना संभव नहीं होगा, क्योंकि सरकार ने कोविड-19 के मद्देनजर सामाजिक मेल-जोल से परहेज के तहत सात लोगों से ज्यादा के जमा होने पर रोक लगा रखी है। ” खुरदा के जिला कलेक्टर श्री लिंगराज मंदिर न्यास बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं। भगवान लिंगराज की रुकुना रथ यात्रा अशोकाष्टमी के मौके पर हर साल होती है। अशोकाष्टमी इस साल एक अप्रैल को है ।