खतरे के निशान से ऊपर यमुनाः एक्शन में सीएम केजरीवाल, 15,000 लोगों को शिविर में भेजा गया, भोजन-पानी और दवाओं का बंदोबस्त
By भाषा | Published: August 21, 2019 03:54 PM2019-08-21T15:54:39+5:302019-08-21T15:54:39+5:30
हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में भारी बारिश के बाद दिल्ली में युमना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। युमना के निचले किनारे रहने वाले लोगों को शिविर में भेज दिया गया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि शिविर केंद्र में सभी बंदोबस्त किए गए हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की और कहा कि अगर कोई ‘‘कमी’’ पड़ी तो सरकार राहत सामग्री उपलब्ध कराएगी।
यमुना नदी के निचले इलाकों के डूबने के बाद नदी के मैदानी हिस्से में रह रहे 15,000 से अधिक लोगों को विभिन्न सरकारी एजेंसियों द्वारा लगाए शिविरों में भेज दिया गया है। यमुना बुधवार को भी खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है।
हालांकि, दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने कहा कि जल का स्तर कई घंटों से 206.60 मीटर पर स्थिर है और इसके कम होने की संभावना है। केजरीवाल ने उस्मानपुर इलाके में लगाए शिविरों में रह रहे लोगों से मुलाकात की।
मुलाकात के बाद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘यमुना किनारे बाढ़ से प्रभावित लोगों से मिला। ज्यादातर लोग अपने घरों में अपना सामान छोड़ आए है लेकिन अच्छी बात यह है कि जान का कोई नुकसान नहीं हुआ। शिविरों, भोजन, पानी और दवाओं का बंदोबस्त कर लिया गया है। अगर कोई कमी हो तो हमें बताएं, हम फौरन आवश्यक कार्रवाई करेंगे।’’
अभी यमुना तट पर बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाक़ात की। अधिकतर लोगों का सामान घर में ही रह गया। अच्छी बात ये है कि अभी तक किसी जान का नुक़सान नहीं हुआ। इन सभी लोगों के लिए टेंट, खाना, पानी, दवाई आदि का इंतज़ाम किया है। यदि कहीं कोई कमी हो तो बताएँ, हम तुरंत ठीक करा देंगे। pic.twitter.com/SBOLMyPL89
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) August 21, 2019
दिल्ली भाजपा प्रमुख मनोज तिवारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल समेत भाजपा के कई नेताओं ने भी प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उन्हें मदद दी। गोयल ने आरोप लगाया कि उनके दौरे के दौरान लोगों ने उस्मान खादर इलाके में शिविरों, शौचालयों और भोजन की अनुपलब्धता की शिकायत की।
Delhi CM, Arvind Kejriwal: Water-level in Yamuna river is at 206.6 meters. Till now, there has been no loss of life. Temporary tents have been arranged for stay. Once water recedes sufficiently people can go back to their houses. pic.twitter.com/dX3YYM53st
— ANI (@ANI) August 21, 2019
हालांकि, दिल्ली के राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि राहत शिविरों में रह रहे लोग सरकार के प्रयासों की सराहना कर रहे हैं। गहलोत ने ट्वीट किया, ‘‘राहत शिविरों में रह रहे लोग दिल्ली सरकार की कोशिशों की सराहना कर रहे हैं। भोजन, पानी और अन्य आवश्यक राहत सामग्री मुहैया करायी जा रही है। राजस्व विभाग के अधिकारी अन्य विभागों के समन्वय से चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।’’ भाषा गोला दिलीप दिलीप